बांदा : (मानवी मीडिया) सिंचाई प्रखंड तृतीय बांदा के अवर अभियंता (जेई) का शव मध्य प्रदेश की अजयगढ़ तहसील स्थित मझगांय नहर कोठी में चारपाई पर पड़ा मिला। पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है, जबकि सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने सुनियोजित ढंग से हत्या करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में संघ से जुड़े डिप्लोमा इंजीनियर ने बांदा के कलेक्ट्रेट में सांकेतिक धरना देकर जेई की संदिग्ध मौत की किसी अन्य एजेंसी से जांच करने की मांग की है। मृतक के भाई ने भी हत्या का आरोप लगाया है। फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के सिमौर गांव निवासी विकास कुमार सिंचाई विभाग प्रखंड तृतीय में अवर अभियंता के पद पर तैनात थे। मंगलवार को अजयगढ़ तहसील में मझगांय नहर की मरम्मत का कार्य देखने गए थे, उसी रात संदिग्ध हालात में उनका शव कोठी के बरामदे में चारपाई पर मिला। अजयगढ़ कोतवाली पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। बड़े भाई रामराज ने हत्या का आरोप लगाया है। बताया कि विकास के गुप्तांग में चोट है। कई लोगों ने मिलकर भाई की हत्या की है। पुलिस मामले को दुर्घटना दिखाकर रफा-दफा करने का प्रयास कर रही है। इस मामले में डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने गुरुवार को जिला अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि सिंचाई प्रखंड तृतीय बांदा एवं नहर प्रखंड बांदा की लगभग 1000 किलोमीटर की नहर प्रणाली है। Fसका हेडवर्क्स बरियारपुर वियर जो पन्ना जिले में एवं गंगऊ वियर व रनगंवा बांध छतरपुर मध्य प्रदेश जिले में स्थित हैं। 3 जुलाई से नहरों का संचालन खरीफ फसल के लिए प्रस्तावित है। नहरों की मरम्मत आदि का निरीक्षण करने यूपी के कर्मचारी और अधिकारियों को जाना पड़ता है। इसी कड़ी में 25 जून 2024 को सिंचाई प्रखंड तृतीयाबांदा के अवर अभियंता विकास कुमार मझगांय अनुभाग के कार्यों का निरीक्षण करने गए थे। रात अधिक होने के कारण मझगांय नहर कोठी में रुक गए थे। जहां बुधवार को सवेरे उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में लाश पाई गई।