बेंगलुरु (मानवी मीडिया): यौन शोषण और सेक्स स्कैंडल में गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रज्वल रेवन्ना जांच में अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। विशेष जांच दल (एसआईटी) अब उस ‘लापता’ मोबाइल फोन की तलाश कर रही है जिसका इस्तेमाल आरोपी ने कथित तौर पर पीड़ितों के साथ यौन कृत्यों और मारपीट को रिकॉर्ड करने के लिए किया था।
सूत्रों ने बताया कि मोबाइल फोन की बरामदगी अधिकारियों के लिए जांच का केंद्र बन गई है क्योकि पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना अधिकारियों के सवालों के जवाब देने में बच रहे हैं। जानकारी के अनुसार, उनकी आवाज के नमूने एकत्र किए जाएंगे और वीडियो में आवाज से मिलान करने के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) को भेजे जाएंगे।
एसआईटी सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान हासन के सांसद चुप्पी साधे रहे। पूछताछ के दूसरे दिन भी अधिकारियों को प्रज्वल रेवन्ना से कोई खास जानकारी नहीं मिली। शुक्रवार को की गई पूछताछ में प्रज्वल रेवन्ना ने दावा किया कि उनका सेक्स वीडियो से कोई संबंध नहीं है और जांचकर्ता इसकी जांच कर सकते हैं।
सूत्रों ने कहा, प्रज्वल अपनी गिरफ्तारी के बाद से ही जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उनका दावा है कि यह स्कैंडल उनके खिलाफ एक राजनीतिक साजिश है और वह अपने वकील से सलाह लेने के बाद ही सवालों के जवाब देंगे। एसआईटी को अपनी जांच में पता चला है कि प्रज्वल रेवन्ना ने 29 मार्च 2023 को हासन में अपने निजी सहायक भरत राज के माध्यम से एक मोबाइल फोन गुम होने के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी।
सूत्रों ने कहा है कि वह फोन प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर कार्तिक गौड़ा के पास है। कार्तिक गौड़ा फिलहाल फरार है और एसआईटी उसे पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सूत्रों ने यह भी बताया कि कार्तिक गौड़ा निजी वीडियो देखने वाला पहला व्यक्ति था। उसने ही यह वीडियो गिरफ्तार भाजपा नेता जी. देवराज गौड़ा और कुछ कांग्रेस नेताओं के साथ शेयर किया था।
इससे पहले कार्तिक गौड़ा ने आरोप लगाया था कि प्रज्वल रेवन्ना के परिवार ने उसे धमकी देकर उनकी संपत्ति जबरन हड़प ली। उसने यह भी कहा कि प्रज्वल रेवन्ना के परिवार ने संपत्ति के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए उसका और उसकी गर्भवती पत्नी का अपहरण कर लिया। सूत्रों ने कहा कि बाद में उनकी पत्नी के साथ मारपीट की गई, जिससे उसका गर्भपात हो गया। जानकारी हासिल करने के लिए एसआईटी कार्तिक गौड़ा के परिवार से संपर्क में है।
सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने ‘लापता’ फोन के आईएमईआई नंबर का पता लगा लिया है और उसे ट्रैक करने का प्रयास कर रही है। प्रज्वल रेवन्ना को अदालत ने 6 जून तक एसआईटी की हिरासत में भेज दिया है। वहीं, अब अधिकारी उसे रविवार को हासन और होलेनरसीपुर ले जाने की योजना बना रहे हैं।