उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) OBC, SC-ST की नियुक्तियों को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सीएम योगी को लेटर लिखा है। जिसमें कहा है- सरकार की साक्षात्कार वाली भर्तियों में OBC, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कैंडिडेट्स को 'वह योग्य नही बाद में पद को अनारक्षित घोषित कर दिया जाता है। यह समझ से परे है। इससे इन वर्गों से आने वाले अभ्यर्थियों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। ऐसे में इस पर तत्काल रोक लगाना चाहिए। हर हाल में सीटें उन्हीं वर्गों से भरी जाएं, जिनके लिए रिजर्व की गई हों। 10 साल में पहली बार अनुप्रिया मुखरअनुप्रिया पटेल 10 साल से एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं। वो तीसरी बार मोदी सरकार में मंत्री हैं। उनकी पार्टी अपना दल(एस) एनडीए की सबसे भरोसेमंद सहयोगी है।
10 साल में यह पहला मौका है। जब अनुप्रिया ने योगी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया है। अभी दो दिन पहले भी जब सेंगोल के मुद्दे पर सपा ने सवाल उठाए तो अनुप्रिया ने केंद्र सरकार का बचाव किया था। उन्होंने कहा था की जब सदन में सेंगोल की स्थापना हो रही थी तब सपा के लोग कहां थे। यूजीसी ने दिया था सुझावइसी साल जनवरी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) में एससी, एसटी और ओबीसी उम्मीदवारों के लिए रिक्तियों को डी-आरक्षित करने का सुक्षाव दिया था। साथ ही यूजीसी ने पर्याप्त आरक्षित उम्मीदवार उपलब्ध नहीं होने पर उन्हें सामान्य वर्ग के लिए खोलने के लिए दिशा निर्देश जारी किया था। साथ ही इसपर विश्वविद्यालयों से सलाह भी मांगे गए थे। ओबीसी बाहुल्य सीट पर जीत की मार्जिन कम, एक सीट भी गईअनुप्रिया पटेल मिर्जापुर सीट से तीसरी बार सांसद हैं।