उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने वाले सपा विधायक मनोज पांडेय के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। विधानसभा में उनके नाम के ऊपर काली पट्टी चिपका दी गई है। वह सपा के मुख्य सचेतक थे। मनोज पांडेय ने राज्यसभा चुनाव के दौरान सपा से बगावत कर दी थी और भाजपा उम्मीदवार का समर्थन किया था। इसके बाद से ही उनका भाजपा मे जाना तय हो गया था। बीते दिनों उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में रायबरेली में भाजपा में शामिल हो गए थे।
अब उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। लखनऊ विधानसभा में लगी सपा विधानमंडल दल की नेम प्लेट में उनके नाम पर काली पट्टी लगा दी गई है। इस पट्टी पर सबसे ऊपर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम है क्योंकि वह नेता प्रतिपक्ष हैं। इसके बाद इंद्रजीत सरोज का नाम है। वह सदन के उपनेता हैं। तीसरे नंबर पर मनोज पांडेय का नाम हैं। उन्हें विधानसभा में सपा का मुख्य सचेतक बनाया गया था।
अब उनके नाम पर काली पट्टी लगा दी गई है। बता दें कि सपा ने बागियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए थे। विधानसभा में जून के तीसरे सप्ताह से होने वाले सत्र के लिए हलचल तेज हो गई है। विधायक से सांसद चुने गए नेताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से विधायक थे। उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह फैजाबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए अवधेश प्रसाद ने भी इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही अन्य नेता जो कि विधायक से सांसद बने हैं। वो भी इस्तीफा दे देंगे।