लखनऊ : (मानवी मीडिया) विकास प्राधिकरण ने अकबर नगर का मलबा हटाने का टेंडर जारी कर दिया है। मुंबई की एक निजी कंपनी को यह काम मिला है। बताया जा रहा है कि 68 लाख रुपए में यह टेंडर हुआ है। इस दौरान कंपनी ने मलबा हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। 10 जून से 19 जुन तक अकबरनरग में ध्वस्तीकरण की कार्यवाही हुई थी। इस दौरान छोटे - बड़े करीब 1800 निर्माण तोड़े गए। अब उसका मलबा हटाने विभाग के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ था। उसको हटाने का काम ठेके पर दिया गया है। जानकारों का कहना है कि यहां करीब 5000 ट्रक मलबा निकल सकता है। मलबा पूरी तरह साफ होने के बाद रिवर फ्रंट का काम शुरू होगा। गोमती की सहायक कुकरैल नदी की मूल धारा और स्वरूप वापस लाया जाएगा।
एलडीए के अधिकारियों ने बताया कि मलबा बेचने के लिए एलडीए ने टेंडर कराया था। मलबा भी संबंधित फर्म की तरफ से ही अब बेचा जाएगा। सिंचाई विभाग को मिले 2.50 करोड़ रुपए रुपएसिंचाई विभाग को कुकरैल नदी के पुनर्जीवन के लिए 2.50 करोड़ रुपए मिल गए हैं। इससे फिलहाल सफाई का काम होगा। मूल बजट डीपीआर फाइनल होने के बाद मिलेगा। विभाग को और बजट भी जल्द ही मिलेगा। मलबा हटाकर यहां सुंदरीकरण शुरू किया जाएगा। एलडीए करीब एक लाख पौधे लगाएगा। कुकरैल बंधे पर सड़क बनाकर लाइटें भी लगाएगा। इस कार्य को एलडीए ने अपनी अवस्थापना निधि में शामिल कर लिया है। एलडीए के उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि कुकरैल नदी के किनारे करीब 15 एकड़ जमीन को पौध रोपण के लिए चिह्नित किया गया है। सुंदरीकरण का डीपीआर भी बनाया जा रहा है।