जम्मू : (मानवी मीडिया) कश्मीर में वार्षिक खीर भवानी मेले के लिए 5,000 से अधिक लोग कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को यहां से रवाना हुए। इन तीर्थयात्रियों में अधिकतर कश्मीरी पंडित समुदाय के लोग हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा चार दिन तक चलेगी। संभागीय आयुक्त (जम्मू) रमेश कुमार, राहत आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी और प्रमुख कश्मीरी पंडित नेताओं ने नगरोटा क्षेत्र से तीर्थयात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। भजन गाते और मंत्रोच्चार करते हुए श्रद्धालु 176 बसों में सवार होकर कश्मीर घाटी में पांच धार्मिक स्थलों के लिए रवाना हुए। राहत आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी ने यहां 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''खीरभवानी मेले में भाग लेने के लिए 5,000 से अधिक कश्मीरी पंडित कश्मीर के लिए रवाना हुए हैं। वे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 176 बसों में सवार होकर आज तड़के नगरोटा से रवाना हुए हैं।'' उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री दोपहर में रामबन में रुकेंगे और भोजन करेंगे। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। जम्मू में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के बारे में एक श्रद्धालु ने कहा, ''हम इन आतंकी हमलों से नहीं डरते। हम कब तक डरते रहेंगे? हमारी सुरक्षा माता करेंगी।'' मंजगाम में माता खीरभवानी मंदिर जा रहे कासुम पंडिता ने कहा कि वे डरने के बजाय तीर्थयात्रा में भाग लेकर उत्साहित हैं। रविवार से जम्मू क्षेत्र में तीन आतंकी हमले हुए हैं। पिछले रविवार को आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे तीर्थयात्रियों की एक बस पर गोलीबारी की, जिससे वाहन चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस रियासी में सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गयी। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए। डोडा जिले में, भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर चट्टरगला के ऊपरी इलाकों में एक संयुक्त जांच चौकी पर आतंकवादियों के हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) घायल हो गए थे। कठुआ में मंगलवार शाम को आतंकियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक गांव पर हमला कर एक नागरिक को घायल कर दिया। इसके बाद तलाशी अभियान के दौरान एक आतंकी मारा गया, जबकि छिपे हुए दूसरे आतंकी की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि वह सीमा पार से घुसपैठ कर आया है
जम्मू : (मानवी मीडिया) कश्मीर में वार्षिक खीर भवानी मेले के लिए 5,000 से अधिक लोग कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को यहां से रवाना हुए। इन तीर्थयात्रियों में अधिकतर कश्मीरी पंडित समुदाय के लोग हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा चार दिन तक चलेगी। संभागीय आयुक्त (जम्मू) रमेश कुमार, राहत आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी और प्रमुख कश्मीरी पंडित नेताओं ने नगरोटा क्षेत्र से तीर्थयात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। भजन गाते और मंत्रोच्चार करते हुए श्रद्धालु 176 बसों में सवार होकर कश्मीर घाटी में पांच धार्मिक स्थलों के लिए रवाना हुए। राहत आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी ने यहां 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''खीरभवानी मेले में भाग लेने के लिए 5,000 से अधिक कश्मीरी पंडित कश्मीर के लिए रवाना हुए हैं। वे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 176 बसों में सवार होकर आज तड़के नगरोटा से रवाना हुए हैं।'' उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री दोपहर में रामबन में रुकेंगे और भोजन करेंगे। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। जम्मू में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के बारे में एक श्रद्धालु ने कहा, ''हम इन आतंकी हमलों से नहीं डरते। हम कब तक डरते रहेंगे? हमारी सुरक्षा माता करेंगी।'' मंजगाम में माता खीरभवानी मंदिर जा रहे कासुम पंडिता ने कहा कि वे डरने के बजाय तीर्थयात्रा में भाग लेकर उत्साहित हैं। रविवार से जम्मू क्षेत्र में तीन आतंकी हमले हुए हैं। पिछले रविवार को आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे तीर्थयात्रियों की एक बस पर गोलीबारी की, जिससे वाहन चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस रियासी में सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गयी। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए। डोडा जिले में, भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर चट्टरगला के ऊपरी इलाकों में एक संयुक्त जांच चौकी पर आतंकवादियों के हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) घायल हो गए थे। कठुआ में मंगलवार शाम को आतंकियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक गांव पर हमला कर एक नागरिक को घायल कर दिया। इसके बाद तलाशी अभियान के दौरान एक आतंकी मारा गया, जबकि छिपे हुए दूसरे आतंकी की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि वह सीमा पार से घुसपैठ कर आया है