(मानवी मीडिया) : वित्त मंत्री ने कहा कि पूंजीगत व्यय पर मोदी सरकार के फोकस के कारण पीएसयू के स्टॉक प्रदर्शन में भी पर्याप्त वृद्धि हुई है। कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) को नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल में 81 लिस्टेड PSU का कुल मार्केट कैप 225 प्रतिशत बढ़ा है। यह बात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए सरकारी कंपनियों की स्थिति को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी के आरोपों के करारे जवाब दिए। जिन 81 PSUs की बात वित्त मंत्री ने की, उनमें 62 सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेस (CPSEs), 12 पब्लिक सेक्टर बैंक, 3 पब्लिक सेक्टर इंश्योरेंस कंपनियां और IDBI Bank शामिल है। वित्त मंत्री ने X प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट में लिखा, 'कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी के, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के वर्तमान सरकार में खत्म होने और परेशानी झेलने के आरोप, ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ का एक उदाहरण है क्योंकि तथ्य एक बहुत अलग तस्वीर पेश करते हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के तहत PSUs को नुकसान हुआ है। जिन PSUs ने पहले यूपीए सरकार के तहत उपेक्षा झेली, जैसे कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), उन्होंने मोदी सरकार के तहत पुनरुत्थान देखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पीएसयू फल-फूल रहे हैं और ऑपरेशनल फ्रीडम में वृद्धि के साथ-साथ उनमें व्याप्त प्रोफेशनलिज्म की संस्कृति से काफी लाभान्वित हो रहे हैं। पूंजीगत व्यय पर मोदी सरकार के फोकस के कारण पीएसयू के स्टॉक प्रदर्शन में भी पर्याप्त वृद्धि हुई है।' वित्त मंत्री ने आगे लिखा, 'मैनेजमेंट इंसेंटिव के बेहतर अलाइनमेंट; डिविडेंड, बायबैक आदि पर कैपिटल मैनेजमेंट गाइडलाइंस और विनिवेश रणनीति के कैलिब्रेशन ने सीपीएसई के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद की है और उनमें निवेशकों का विश्वास बहाल किया है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, बिजली, लॉजिस्टिक्स आदि पर फोकस से रेलवे, सड़क, बिजली, मेटल, कंस्ट्रक्शन, भारी उपकरण निर्माण आदि में सार्वजनिक उपक्रमों को सीधे लाभ हुआ है।'
(मानवी मीडिया) : वित्त मंत्री ने कहा कि पूंजीगत व्यय पर मोदी सरकार के फोकस के कारण पीएसयू के स्टॉक प्रदर्शन में भी पर्याप्त वृद्धि हुई है। कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) को नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल में 81 लिस्टेड PSU का कुल मार्केट कैप 225 प्रतिशत बढ़ा है। यह बात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए सरकारी कंपनियों की स्थिति को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी के आरोपों के करारे जवाब दिए। जिन 81 PSUs की बात वित्त मंत्री ने की, उनमें 62 सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेस (CPSEs), 12 पब्लिक सेक्टर बैंक, 3 पब्लिक सेक्टर इंश्योरेंस कंपनियां और IDBI Bank शामिल है। वित्त मंत्री ने X प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट में लिखा, 'कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी के, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के वर्तमान सरकार में खत्म होने और परेशानी झेलने के आरोप, ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ का एक उदाहरण है क्योंकि तथ्य एक बहुत अलग तस्वीर पेश करते हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के तहत PSUs को नुकसान हुआ है। जिन PSUs ने पहले यूपीए सरकार के तहत उपेक्षा झेली, जैसे कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), उन्होंने मोदी सरकार के तहत पुनरुत्थान देखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पीएसयू फल-फूल रहे हैं और ऑपरेशनल फ्रीडम में वृद्धि के साथ-साथ उनमें व्याप्त प्रोफेशनलिज्म की संस्कृति से काफी लाभान्वित हो रहे हैं। पूंजीगत व्यय पर मोदी सरकार के फोकस के कारण पीएसयू के स्टॉक प्रदर्शन में भी पर्याप्त वृद्धि हुई है।' वित्त मंत्री ने आगे लिखा, 'मैनेजमेंट इंसेंटिव के बेहतर अलाइनमेंट; डिविडेंड, बायबैक आदि पर कैपिटल मैनेजमेंट गाइडलाइंस और विनिवेश रणनीति के कैलिब्रेशन ने सीपीएसई के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद की है और उनमें निवेशकों का विश्वास बहाल किया है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, बिजली, लॉजिस्टिक्स आदि पर फोकस से रेलवे, सड़क, बिजली, मेटल, कंस्ट्रक्शन, भारी उपकरण निर्माण आदि में सार्वजनिक उपक्रमों को सीधे लाभ हुआ है।'