नई दिल्ली (मानवी मीडिया): लोकसभा चुनाव के तीन चरण हो चुके हैं और चार चरण होने वाले हैं। चुनाव के बीच विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान चर्चा का विषय बने हुए हैं। इन बयानों में कांग्रेस नेता सैम पित्रौदा के बयान सबसे ज्यादा चर्चा में रह रहे हैं। जैसे कि आज उन्होंने बयान दिया है कि भारत में ईस्ट के लोग चाइनीज और साउथ वाले अफ्रीकन दिखते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि पित्रौदा ने विवादित बयान दिया हो वह पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। जैसे कि सैम पित्रोदा ने 23 अप्रैल को भारत में अमेरिका की तरह विरासत टैक्स लगाने की बात की थी। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान सिख दंगों पर एक बयान देकर पित्रौदा फंस गए थे। दरअसल, भाजपा ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए राजीव गांधी को मास्टरमाइंड कहा था।
इस पर पित्रोदा ने 10 मई 2019 को कहा था- अब क्या है 1984 का? भाजपा ने 5 साल में क्या किया, उसकी बात करें। 84 हुआ तो हुआ, आपने क्या किया? कांग्रेस को इस बयान से भी किनारा करना पड़ा और पित्रोदा को माफी मांगनी पड़ी। पित्रौदा के आज के बयान पर पीएम मोदी ने तेलंगाना के वारंगल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं बहुत गुस्से में हूं, मुझे गाली दी, मैंने सहन कर लिया, लेकिन आज शहजादे (राहुल गांधी) के सलाहकार ने जो कहा उससे मुझे गुस्सा आया। ये मेरे देश के लोगों की चमड़ी के रंग का अपमान कर रहे हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा सैम भाई, मैं उत्तर पूर्व से हूं और मैं भारतीय जैसा ही लगता हूं। हम एक विविधता भरा देश हैं, हम अलग दिख सकते हैं, लेकिन हम सब एक हैं। हमारे देश के बारे में थोड़ा तो समझ लो। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा इससे साफ हो गया है कि सैम पित्रोदा भारत के बारे में क्या सोचते हैं। वह राहुल गांधी के सलाहकार हैं। अब मुझे समझ आया कि राहुल गांधी बकवास क्यों करते हैं..यह हार की हताशा है। उन्हें न भारत की समझ है और न इसकी विरासत की।