प्रयागराज : (मानवी मीडिया)माफिया अतीक अहमद के करीबी और बिजनेस पार्टनर रहे अब्बास खान ने प्रयागराज के शहर दक्षिण के पूर्व सपा विधायक हाजी परवेज उर्फ टंकी के खिलाफ करेली थाने में मारपीट, गाली गलौज और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है। अब्बास का आरोप है कि उसने परवेज को एक बड़ी रकम बिजनेस में लगाने के लिए दी थी लेकिन परवेज ने कई बार पैसा वापस मांगने पर भी नहीं दिया।
अब्बास का आरोप है कि करेली में जब उन्होंने परवेज से अपना पैसा वापस मांगा तो परवेज ने उनके साथ गाली गलौच की और जान से मरवाने की धमकी दी। अब्बास का आरोप है कि परवेज ने उनसे कहा कि अपना पैसा भूल जाओ। अब्बास की तहरीर पर पूर्व विधायक के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। परवेज उर्फ टंकी प्रयागराज में सपा से विधायक रह चुके हैं। इस वक्त वो कांग्रेस के इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार उज्वल रमण सिंह के लिए प्रचार में जुटे हैं।
पूर्व सपा विधायक हाजी परवेज उर्फ टंकी के खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज :
पूर्व सपा विधायक परवेज उर्फ टंकी का नाम माफिया अतीक के गैंग IS227 में भी शामिल है। परवेज पर एक दर्जन मुकदमें दर्ज हैं और गैंगस्टर भी लग चुका है। परवेज अतीक के साथ जमीनों की खरीद फरोख्त करते रहे हैं। परवेज पर सरकारी नहर को पाट कर प्लॉटिंग करने का भी आरोप है। हालांकि इस मामले में परवेज ने हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जिस पर अभी कोई फैसला नहीं आया है।
परवेज को विधायक बनाने में अतीक अहमद का भी बड़ा रोल रहा है। सपा से टिकट मिलने से लेकर वोट डलवाने तक में अतीक ने अपने रसूक का भरपूर इस्तेमाल किया था। यही कारण था कि मात्र 700 वोट से परवेज जीत गए थे और नंद गोपाल गुप्ता दूसरे नंबर पर रहे थे।
कौन है अब्बास?
पूर्व विधायक परवेज पर मुकदमा दर्ज कराने वाला अब्बास भी अतीक अहमद का खास दोस्त रहा है और अतीक के काले पैसों को ये अपने रियल स्टेट के बिजनेस में लगाकर अतीक को मोटा मुनाफा दिया करता था। अब्बास भी अतीक के IS227 गैंग में शामिल रहा है। इसके ऊपर भी हत्या सहित कई गंभीर धाराओं में 2 दर्जन मुकदमें दर्ज हैं।
अब्बास पर भी गैंगस्टर भी लग चुका है। अतीक अशरफ की मौत के बाद अब्बास गायब हो गया था लेकिन पुलिस ने उसको खोजकर लंबी पूछताछ की थी। अब्बास और परवेज में पैसो के लेनदेन में मनमुटाव था, जिसको लेकर कहासुनी हुई तो अब्बास ने करेली थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। परवेज से अतीक की बेनामी सम्पत्तियों के बारे में प्रयागराज पुलिस पहले भी लंबी पूछताछ कर चुकी है।