बशीरहाट(मानवी मीडिया)- बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात रेमल तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है और कुछ ही घंटों में यहां के तटों से टकराएगा। तटीय इलाकों में हवाएं तेज होती जा रही हैं और हल्की बारिश भी शुरू हो गई है। समुद्र में तेज लहरे उठने लगी हैं। चक्रवात के आगे बढ़ने के साथ ही हवा और तेज होती जाएगी और बारिश की मात्रा भी बढ़ती जाएगी। उधर, प्रशासन ने चक्रवात से होने वाले नुकसान से निपटने के लिए कमर कस लिया है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इसे लेकर बंगाल में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है और कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। नौसेना व भारतीय तटरक्षक बल भी अलर्ट पर है।
सुंदरवन के प्रत्येक ब्लॉक में 12 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया दल पहले से ही तैयार हैं। संदेशखाली हिंगलगंज क्षेत्र पर अतिरिक्त ध्यान है। सिंचाई, विद्युत व स्वास्थ्य विभाग ने भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। पीने के पानी के 50 हजार पैकेट की व्यवस्था की गई है। सूखे भोजन के पैकेट पर्याप्त मात्रा में स्टोर किए गए हैं। कुछ लोगों को स्कूलों व राहत शिविरों में ले जाया गया है। सुंदरवन इलाके के लोग चिंतित हैं। पिछले दिनों सुंदरवन के सीमांत इलाकों के लोगों ने अम्फान, आइला, बुलबुल जैसे चक्रवातों को हुए नुकसान को अपनी आंखों के सामने देखा है। ऐसे में प्रशासन उनकी चिंता को ध्यान में रखते हुए उन्हें जहां सचेत कर रहा, वहीं उनको सुरक्षित रहने का विश्वास भी दिला रहा है।
स्थानीय निवासी रेणुका मंडल व नमिता मंडल ने कहा कि पहले आए तूफानों से उनकी जमीन, मछली के बाड़ों व घरों को भारी नुकसान पहुंचा है, पूरा सुंदरवन पीड़ित है। मुझे महीनों के लिए गांव छोड़ना पड़ा। घर नष्ट होने के बाद भी कई परिवारों को मुआवजा नहीं मिला। ऐसे में वे लोग डरे हुए हैं। चक्रवात की आशंका में चिंतित हैं। राज्य के पूर्वी मेदिनीपूर व दीघा इलाके में भी मौसम करवट ले रहा है, बारिश व हवा तेज होती जा रही है। इलाके के लोग चक्रवात को लेकर चिंतित हैं। उधर, हिंगलगंज के बीडीओ देवदास गांगुली ने कहा कि प्रशासन की ओर से तूफान से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है। हम लोगों को पूरी तरह आश्वस्त कर रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं होगा, लेकिन अपने पूर्व के अनुभवों को देखते हुए लोग डरे, सहमे हैं।