नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यदि अनुचित तरीके से मैंने किसी की मदद की हो तो मुझे फांसी पर लटका दें। मोदी पहली बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दे रहे थे। राहुल चुनाव प्रचार के दौरान लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर मुकेश अंबानी और गौतम अडानी सहित कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों की मदद करने का आरोप लगाते रहे हैं। मोदी ने एक टीवी चैनल से चर्चा करते हुए कहा कि वह देश को समृद्ध बनाने वालों (वेल्थ क्रिएटर्स) के साथ मजबूती से खड़े हैं और इसके लिए वह कोई भी सजा भुगत सकते हैं।
मोदी ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू को भी संसद में बिड़ला-टाटा की सरकार- जैसे नारे सुनने पड़े थे। अब गांधी परिवार की समस्या के कारण मुझे ऐसे अपशब्द सुनने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा कहने में कोई दिक्कत नहीं है कि देश के वेल्थ क्रिएटर सम्मान के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि विकास के लिए पूंजीपतियों के धन, मैनेजमेंट के लोगों का दिमाग और मजदूरों का पसीना तीनों की जरूरत है।
महिला आरक्षण का मुद्दा
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह धारणा बना दी गई है कि महिलाएं घरेलू काम ही करती हैं जबकि सच्चाई यह नहीं है। कृषि क्षेत्र में 60 फीसदी योगदान महिलाओं का है। गांव की महिलाओं के सेल्फ ग्रुप का पहले मतलब सिर्फ पापड़ और अगरबत्ती बनाना था लेकिन मैंने उन्हें ड्रोन पायलट बनाया। वहीं दूसरी तरफ पीएम ने कहा कि हमारी मीडिया के बारे में ऐसा कल्चर बन गया है कि कुछ भी मत करो, बस इन्हें संभाल लो, अपनी बात बता दो तो पूरे देश में चली जाएगी। मुझे उस रास्ते पर नहीं जाना है। मैं गरीबों के घर जाता हूं, छोटे-छोटे जिलों में काम करता हूं। मीडिया को अच्छा लगे तो प्रस्तुत करें, न लगे न करें।
हिंदू-मुस्लिम के आरोप पर भी दिया जबाव
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो पूरी तरह सांप्रदायिक एजेंडे पर चले और मैंने उसको एक्सपोज किया। मैंने उनकी धज्जियां उड़ाईं। जो मूल बात थी, उसको उनका इकोसिस्टम हटा देता है फिर मेरी बात को लेकर ही चलाते हैं तो लगता है कि मैं हिंदू-मुस्लिम कर रहा हूं।