उन्नाव : (मानवी मीडिया) अलग-अलग थाना क्षेत्रों में युवक व दो युवतियों के शव फंदे से लटके देख परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर संबंधित थानों की पुलिस पहुंची और जांच के बाद शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द किया। सोहरामऊ थानाक्षेत्र के उमर्रा गांव निवासी हरिकेश (18) पुत्र राजेंद्र रावत दिल्ली में मजदूरी करता था। होली के त्योहार पर वह घर लौटा था। तब से वह गांव में ही था। बीती शाम चादर लेकर भूसा लेने की बात कह खेत गया था। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने खेत के बगल में स्थित बाग में शीशम के पेड़ पर चादर के फंदे से उसका शव लटका देख परिजनों को सूचना दी। जानकारी से परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बड़े भाई बृजेश ने बताया वह मानसिक रूप से बीमार था। वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। उसकी मौत पर मां फूलकुमारी, छोटा भाई संकेश, बहनें सुमन व शिवानी समेत अन्य परिजन रो-रोकर बेहाल है।
सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के दरौली गांव निवासी शीतल (18) पुत्री गंगाप्रसाद राठौर बुधवार सुबह परिजनों के साथ खेत पर गेहूं काटने गई थी। जहां किसी बात पर परिजनों ने उसे डांट दिया। इस पर वह पेटदर्द होने की बात कह घर लौट आई। इसके बाद वह रस्सी का फंदा बनाकर लटक गई। शाम को घर पहुंचे परिजनों ने उसे लटका देखा तो उनके होश उड़ गए। नीचे उतारकर उसे सीएचसी पहुंचाया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। उसकी मौत पर मां तारावती व भाई अंकित और दो बहनों समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मौरावां थानाक्षेत्र के गांव शिवपुरा के मजरे मुरैता निवासी ज्योती (20) पुत्री लालाराम उर्फ लालू ने गुरुवार को मां की डांट से नाराज होकर घर के कमरे में छत के छल्ले के सहारे रस्सी के फंदे से लटककर जान दे दी। उसे फंदे से लटका देख परिजनों के हाथपांव फूल गए।