नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष व कैसरगंज से लोकसभा सदस्य बृजभूषण शरण सिंह ने चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह अब जीवन में कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
बृजभूषण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना नेता करार दिया था। उनसे जब योगी आदित्यनाथ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यूपी सीएम को अपना गुरु भाई बताया। बृजभूषण शरण सिंह ने योगी आदित्यनाथ को अपना मित्र बताते हुए कहा, ”हम दोनों एक ही गुरु के शिष्य रहे हैं। हमारे गुरु मुझे योगी से कम नहीं मानते थे। मीडिया में मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।”
रची गई साजिश
बेटे को बीजेपी से टिकट दिए जाने को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने इसे एक तरीके से साजिश करार दिया है। बृजभूषण ने कहा, ”मैं करण भूषण को कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनाने वाला था। उसे रोकने के लिए यह साजिश रची गई है।” छह बार के सांसद होने के बावजूद मंत्री न बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में बहुत कम लोगों को वो सम्मान मिला है जो मुझे मिला है। आपको बता दें कि उनकी पार्टी भाजपा ने इस लोकसभा चुनाव में कुश्ती संघ विवाद के कारण उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण को चुनावी अखाड़े में उतारा है।