लखनऊ (मानवी मीडिया)यूपी एसटीएफ का गठन 4 मई, 1998 को लखनऊ में किया गया था। कहा जाता है कि यूपी में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करने का मुख्य कारण कु्ख्यात माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला पर शिकंजा कसना था। दरअसल, माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला यूपी में पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। कहा जाता है की उन दिनों श्रीप्रकाश शुक्ला अपराध की दुनिया में बड़ा नाम बन गया था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने एक बार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को जान से मारने की सुपारी ले ली थी।
माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला को पुलिस पकड़ने में नाकाम हो रही थी, तब मौजूदा पुलिस के अधिकारियो व सरकार ने माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला को पकड़ने के लिए यूपी एसटीएफ की 4 मई 1998 को शुरुआत की।
जिसके चलते माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला का 21 सितम्बर 1998 को राजेश पाण्डेय व उनकी टीम द्वारा गाज़ियाबाद के एक अपार्टमेंट के परिसर के बाहर माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला की पुलिस मुठभेड़ के चलते, क्रॉस फायरिंग में मौत हो गयी ।
एसटीएफ का नेतृत्व अतिरिक्त महानिदेशक रैंक का अधिकारी करता है, जिसकी सहायता के लिए एक पुलिस महानिरीक्षक होता है।
यूपी एसटीएफ की मौजूदा कमान श्री अमिताभ यश के हाथ में है जो की यूपी एसटीएफ के साथ - साथ लॉ एंड आर्डर उत्तरप्रदेश भी है
मानवी मीडिया परिवार की ओर से UPSTF के सभी लोगों को शुभकामनाएं एवं शहीदों को शत् - शत् नमन