कानपुर : (मानवी मीडिया) कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत चल रहे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के निर्माण में एक और मील का पत्थर हासिल कर लिया है। लगभग 5 किमी. लंबे इस सेक्शन में प्रयुक्त होने वाले सभी प्री-कास्ट संरचनाओं जैसे यू-गर्डर्स, आई-गर्डर्स, डबल टी-गर्डर्स और पियर कैप्स की ढलाई का कार्य पूरा कर लिया गया। इन संरचनाओं को नौबस्ता स्थित कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट किया जाता था जिसके बाद इन्हें क्रेन की सहायता से कॉरिडोर में निर्धारित स्थान पर इरेक्ट किया जाता या रखा जाता है। कानपुर मेट्रो के नौबस्ता कास्टिंग यार्ड में सबसे अंत में 348 वें यू-गर्डर की ढलाई की गई। इससे पहले मार्च 2024 तक सभी पियर कैप्स और डबल टी-गर्डर्स तथा अप्रैल 2024 में सभी आई-गर्डर्स की ढलाई का कार्य पूरा कर लिया गया था। इसके साथ ही बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के सभी 348 यू-गर्डर्स, 64 आई-गर्डर्स, 264 डबल टी-गर्डर्स और 186 पियर कैप्स की ढलाई का कार्य अब 100 प्रतिशत पूरा हो गया है।
कानपुर : (मानवी मीडिया) कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत चल रहे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के निर्माण में एक और मील का पत्थर हासिल कर लिया है। लगभग 5 किमी. लंबे इस सेक्शन में प्रयुक्त होने वाले सभी प्री-कास्ट संरचनाओं जैसे यू-गर्डर्स, आई-गर्डर्स, डबल टी-गर्डर्स और पियर कैप्स की ढलाई का कार्य पूरा कर लिया गया। इन संरचनाओं को नौबस्ता स्थित कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट किया जाता था जिसके बाद इन्हें क्रेन की सहायता से कॉरिडोर में निर्धारित स्थान पर इरेक्ट किया जाता या रखा जाता है। कानपुर मेट्रो के नौबस्ता कास्टिंग यार्ड में सबसे अंत में 348 वें यू-गर्डर की ढलाई की गई। इससे पहले मार्च 2024 तक सभी पियर कैप्स और डबल टी-गर्डर्स तथा अप्रैल 2024 में सभी आई-गर्डर्स की ढलाई का कार्य पूरा कर लिया गया था। इसके साथ ही बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के सभी 348 यू-गर्डर्स, 64 आई-गर्डर्स, 264 डबल टी-गर्डर्स और 186 पियर कैप्स की ढलाई का कार्य अब 100 प्रतिशत पूरा हो गया है।