भाजपा प्रत्याशी पर लोगों ने किया हमला, भाग कर बचाई जान, सुरक्षाकर्मी हुए घायल - मानवी मीडिया

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Saturday, May 25, 2024

भाजपा प्रत्याशी पर लोगों ने किया हमला, भाग कर बचाई जान, सुरक्षाकर्मी हुए घायल


कोलकाता(मानवी मीडिया)- झाड़ग्राम लोकसभा सीट के भाजपा उम्मीदवार प्रणत टुडू पर शनिवार को मतदान के दौरान हमला कर दिया गया। बताया जाता है कि उन पर पश्चिम मेदिनीपुर जिले के गड़बेत्ता के पास हमला किया गया। भाजपा नेता का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोगों ने टुडू पर उस समय हमला कर दिया जब वह मतदान प्रक्रिया के दौरान गड़बेत्ता गए थे। इस दौरान उन पर अंधाधुंध पथराव शुरू हो गया।

भागकर भाजपा प्रत्याशी ने बचाई जान

खबर है कि उनकी सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बल के दो जवान जख्मी हो गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रणत टुडू की कार का शीशा टूट गया। वहीं उनकी सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बल पर ईंट व पत्थर फेंके गए। साथ ही महिलाओं ने भाजपा प्रत्याशी पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। किसी तरह टुडू ने केंद्रीय बलों के साथ भागकर अपनी जान बचाई। भाजपा प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि उनके बूथ एजेंटों को झाड़ग्राम शहर और रोगरा इलाके के कई बूथों पर तृणमूल के गुंडे बैठने नहीं दे रहे थे। उन्हें जबरन बूथ से हटा दिया गया। टुडू ने कहा कि हमले को लेकर पार्टी जिला अध्यक्ष के माध्यम से चुनाव आयोग से शिकायत कर चुके हैं।

अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना

इसी क्रम में भाजपा आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट कर ममता सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा है कि ममता बनर्जी बंगाल में लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं। अब, तृणमूल के गुंडों ने भाजपा के झाड़ग्राम (एक आदिवासी सीट) उम्मीदवार और टीवी चैनल के रिपोर्ट पर हमला किया। लोगों को वोट डालने से रोकने के प्रयासों के बावजूद बंगाल में देशभर में सबसे अधिक मतदान हुआ है। लोग तृणमूल को बाहर करने के लिए वोट कर रहे हैं।

टुडू ने कहा कि ‘अचानक टीएमसी के गुड़ों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और मेरी कार पर ईंटें फेंकना शुरू कर दिया। जब मेरे सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो वे घायल हो गए। मेरे साथ आए सीआईएसएफ के दो जवानों को सिर में चोट आई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।’ टुडू ने कह कि ”यहां करीब 200 लोगों ने हम पर लाठियों, पत्थरों और कुछ हथियारों से हमला किया। अगर केंद्रीय बल वहां नहीं होता तो हमारी हत्या हो सकती थी… हमें स्थानीय पुलिस से कोई सुरक्षा नहीं मिली… दीदी सीएए को लागू नहीं करना चाहती हैं और देश को पाकिस्तान बनाना चाहती हैं।”

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