लखनऊ:: सावित्री सिंह चुनाव महायुद्ध में राजनाथ की बनी शक्ति - मानवी मीडिया

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Wednesday, May 8, 2024

लखनऊ:: सावित्री सिंह चुनाव महायुद्ध में राजनाथ की बनी शक्ति


लखनऊ (मानवी मीडिया)अटल बिहारी वाजपेई की  भूमि लखनऊ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सियासी महासंग्राम में हर कदम पर उनकी पत्नी धर्म का निर्वहन कर रही है सावित्री सिंह 

घर से बाहर तक हर व्यवस्था पर रहती है नजर!महिलाएं ही नहीं आम मतदाताओं एवं राजनाथ सिंह परिवार के पुराने रिश्तों से सीधा रखती है जुड़ाव 

लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के प्यारे लखनऊ में जारी लोकसभा के चुनावी महायुद्ध में भाजपा प्रत्याशी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लिए उनकी धर्मपत्नी  सावित्री सिंह हर कदम पर शक्ति बनी दिखाई देती है! घर से बाहर तक हर व्यवस्था एवं हर रिश्ते पर उनकी अपनी जिम्मेदार नजर रहती है। शायद यही वजह है कि राजनाथ सिंह का परिवार आज अपने व्यवहार से  भाजपा परिवार को एक सूत्र में पिरोकर चुनाव में विपक्ष के ध्वस्तीकरण में जुटा हुआ है।

लखनऊ के सांसद व देश के पूर्व गृह मंत्री, रक्षा मंत्री तीसरी बार लखनऊ संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी सफल राजनीतिक यात्रा में जहां उनकी स्वयं के तमाम सत्कर्मों का योगदान है। वही इस पूरी यात्रा में उनकी धर्मपत्नी  सावित्री सिंह  के योगदान को भी कम करके नहीं आंका जा सकता। राजनाथ सिंह के लिए चाहे आपातकाल का क्षण रहा हो? या फिर अन्य किसी स्थिति का ?  सिंह ने अपने पति के हर कदम के साथ अपना मजबूत कदम मिलाकर रखा है! और उन्हें संबल प्रदान किया है। वर्तमान में लोकसभा चुनाव महायुद्ध की बात करें तो पूर्व के तमाम संपन्न चुनाव की तरह ही इस चुनावी महायुद्ध में भी  सावित्री सिंह अपने पति राजनाथ सिंह के लिए शक्ति बनी नजर आ रही है। सूरज की किरण जैसे धरती को  छूती है। उसी के साथ  सावित्री सिंह की कर्तव्य पथ की यात्रा का शुभारंभ हो जाता है ।श्री सिंह को कहां जाना है। उनके जाने की संपूर्ण तैयारी का वह स्वयं निरीक्षण करती हैं। उनका एक प्रयास रहता है कि उन्हें कोई भी तकलीफ हो जाए ।लेकिन राजनाथ सिंह  तकलीफ का कोई तिनका भी ना छू पाए। इस दौरान वह मां व दादी मां/नानी मां के ममतामयी कर्तव्य को भी प्रेम व करुणा के साथ सफलतापूर्वक निर्वहित करती है ।

इसके बाद फिर शुरू होता है। चुनाव के दरमियान आने वाले शुभचिंतकों, रिश्तेदारों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के आगमन का वक्त! वे प्रयास करती है कि उनकी मुलाकात सभी से हो।आम मतदाता- आम आदमी तथा पुराने रिश्तों को सम्मान देने की कला  सावित्री सिंह को एक अलग प्रेरणादायक पंक्ति में  खड़ा करती है ।वह वर्तमान के रिश्तों पर ध्यान देती है। लेकिन पूर्व के वे रिश्ते जो संघर्ष में उनके साथ थे। उन्हें वे कभी भूलती नजर नहीं आती।तभी तो चाहे हैदरगढ़ हो या फिर गाजियाबाद अथवा चंदौली या फिर मिर्जापुर। वहां के लोग आज भी उनसे व उनके परिवार से वर्षों बाद भी जुड़े हुए हैं।  सूत्रों के मुताबिक सावित्री सिंह जब अपने पति राजनाथ सिंह  के प्रचार प्रसार के लिए कहीं निकलती है। तो वहां भी वह अपने सरल व्यवहार से सामने वाले की हृदय में संबंधों का स्पर्श कर जाती है। 

 सावित्री सिंह साधारण गृहणी की तरह पूरे घर की जिम्मेदारी को अपने कंधों पर उठाती हैं! लेकिन वह एक सफल राजनेता की धर्मपत्नी के कर्तव्यों का निर्वाहन भी शक्ति के रूप में निभाती नजर आती है! भाजपा का कोई कार्यकर्ता संकट में हो और वह उनके पास पहुंच जाए तो वह उस कार्यकर्ता के लिए संकटमोचन बनी दिखाई देती है। यही नहीं अपने यहां काम करने वाले लोगों को वह अपना परिजन ही समझती है! चुनाव में कौन कहां क्या कर रहा है। कहां पर क्या व्यवस्था होनी है। इस पर भी उनकी बारीक नजर बनी रहती है। सावित्री सिंह अपनी साथी महिला भाजपा कार्यकर्ताओं के नजदीक हैं। लेकिन सत्य यह भी है कि आम भाजपा कार्यकर्ता भी उनके सानिध्य में आकर अपने आप को आनंदित महसूस करता है। राजनाथ सिंह की सफल यात्रा में सावित्री सिंह के योगदान का जो सफर उनके हमकदम बनने के साथ प्रारंभ हुआ था। वह लगातार आज जारी है। सावित्री सिंह राजनाथ  के लिए वह शक्ति है जो उन्हें हर कदम पर बल प्रदान करती है। रिश्तेदार, नातेदार , शुभचिंतक एवं देश में राजनाथ सिंह जी से मिलने वाला एक बड़ा परिवार! यह कैसे रिश्तो में बना रहे!कैसे इससे संबंध स्थापित रहे! इसकी चिंता भी सावित्री सिंह  ही करती है। लखनऊ के चुनाव में पत्नी सावित्री सिंह राजनाथ सिंह की प्रचंड जीत के लिए पत्नीधर्म का सजगता एवं सतर्कता के साथ निर्वहन कर रही है। उनकी यह भावभंगिमा उन्हें प्रशिक्षित एवं अनुभवी राजनेता के रूप में भी परिलक्षित करती है। अत्यंत सरल हृदय  सिंह गलत बात सामने आने पर कड़क भी हो जाती हैं। पुत्र पंकज सिंह क्या कर रहे हैं । नीरज सिंह क्या कर रहे हैं। बिटिया अनामिका सिंह का क्या हाल है। इसका भी वे ध्यान रखती है। वही उन्हें अपने नाती- पोतों व अन्य परिजनों का भी ख्याल बना रहता हैं। कुल मिलाकर राजनाथ सिंह के सियासी अग्निपथ की  सावित्री सिंह वह महाशक्ति हैं। जो उन्हें  बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने की ताकत प्रदान करती हैं।   कि इस "समर्पित भावना शक्ति" के साथ रहने की वजह से ही राजनाथ सिंह घर व अन्य चिताओं को छोड़कर आज देश की चिंता में रक्षा मंत्री के पद का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ  सावित्री सिंह एवं राजनाथ सिंह जी के द्वारा मिले संस्कारों की वजह से ही उनका  परिवार आज पूरे लखनऊ के भाजपा परिवार को अपना परिवार बना चुका है। अब यह संपूर्ण संगठित परिवार "सावित्री शक्ति" से लखनऊ में विपक्ष को  पूरी ताकत से ध्वस्त करने में जुटा दिखाई दे रहा है।

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