दुमका : (मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को झारखंड में घुसपैठ को एक ‘बड़ा संकट’ करार दिया और दावा किया कि इसके परिणामस्वरूप राज्य के कई इलाकों में आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है। हां एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन पर घुसपैठियों को ‘संरक्षण’ देने का आरोप लगाया, जो जमीन हड़प रहे हैं और महिलाओं को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि झामुमो और कांग्रेस ‘हर स्तर पर’ लूट' में लिप्त हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि चार जून के बाद देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई और तेज कर दी जाएगी। मोदी ने कहा, ‘‘अब झारखंड में एक बड़ा संकट घुसपैठियों का हो गया है। हमारा ये संथाल परगना तो बहुत ज्यादा घुसपैठियों की चुनौती से जूझ रहा है। जिसके परिणामस्वरूप कई इलाकों में आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है और घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आदिवासी बेटियों की सुरक्षा और उनका जीवन खतरे में पड़ गया है।’’ साल 2022 में हुई दो घटनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आदिवासी बेटियों को 50 टुकड़ों में काटा जा रहा है... जिंदा जलाया जा रहा है... किसी की जीभ बाहर खींच ली गई। ये कौन लोग हैं जो आदिवासी बेटियों को निशाना बना रहे हैं? झामुमो सरकार उन्हें संरक्षण क्यों दे रही है?’’ विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उसे आदिवासी समाज के हितों से कोई लेना-देना नहीं है।
दुमका : (मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को झारखंड में घुसपैठ को एक ‘बड़ा संकट’ करार दिया और दावा किया कि इसके परिणामस्वरूप राज्य के कई इलाकों में आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है। हां एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन पर घुसपैठियों को ‘संरक्षण’ देने का आरोप लगाया, जो जमीन हड़प रहे हैं और महिलाओं को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि झामुमो और कांग्रेस ‘हर स्तर पर’ लूट' में लिप्त हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि चार जून के बाद देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई और तेज कर दी जाएगी। मोदी ने कहा, ‘‘अब झारखंड में एक बड़ा संकट घुसपैठियों का हो गया है। हमारा ये संथाल परगना तो बहुत ज्यादा घुसपैठियों की चुनौती से जूझ रहा है। जिसके परिणामस्वरूप कई इलाकों में आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है और घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आदिवासी बेटियों की सुरक्षा और उनका जीवन खतरे में पड़ गया है।’’ साल 2022 में हुई दो घटनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आदिवासी बेटियों को 50 टुकड़ों में काटा जा रहा है... जिंदा जलाया जा रहा है... किसी की जीभ बाहर खींच ली गई। ये कौन लोग हैं जो आदिवासी बेटियों को निशाना बना रहे हैं? झामुमो सरकार उन्हें संरक्षण क्यों दे रही है?’’ विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उसे आदिवासी समाज के हितों से कोई लेना-देना नहीं है।