तेहरान : (मानवी मीडिया) ईरान ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके दल के हेलिकॉप्टर की दुर्घटना के पीछे किसी साजिश अथवा गड़बड़ी की आशंका से इनकार किया है, जिसमें राष्ट्रपति समेत हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गयी थी। ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना ने बताया कि सशस्त्र बलों के प्रमुख (जनरल स्टाफ) ने बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों पर दूसरी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर के मलबे और शेष हिस्सों पर किये गये परीक्षणों के परिणामों और जिस तरह से अवशेष घटनास्थल पर बिखरे हुए थे, उसे देखते हुए दुर्घटना से पहले किसी तरह की गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नजर नहीं आती।रिपोर्ट के अनुसार हेलिकॉप्टर के ढांचे (फ्यूजलेग) से अवशेष की दूरी के मद्देनजर उड़ान के दौरान या पहाड़ में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ क्षण पहले साइबर हमले के कारण विस्फोट होने की आशंका को खारिज कर दिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पर साइबर हमले का कोई संकेत नहीं मिला है, हालांकि पूर्वी अजरबैजान प्रांत की राजधानी तबरीज लौटते समय रास्ते में मौसम की स्थिति क्या थी, इसके बारे में आगे की जांच की आवश्यकता होगी। रिपोर्ट के अनुसार, विमान में सवार यात्रियों और उपकरणों का कुल वजन उड़ान भरने के समय और उड़ान के दौरान हेलिकॉप्टर की अधिकतम भार सीमा के अनुपात में था। इसके अलावा, उड़ान के दौरान और हादसा होने से 69 सेकंड पहले तक हेलिकॉप्टर के उड़ान दल के साथ निर्दिष्ट आवृत्तियों पर संपर्क बनाए रखा गया था, जिससे संचार प्रणाली में किसी भी व्यवधान या आवृत्ति हस्तक्षेप की आशंका को खारिज कर दिया गया। ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख की जांच समिति की पहली रिपोर्ट 23 मई को जारी की गई थी।
तेहरान : (मानवी मीडिया) ईरान ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके दल के हेलिकॉप्टर की दुर्घटना के पीछे किसी साजिश अथवा गड़बड़ी की आशंका से इनकार किया है, जिसमें राष्ट्रपति समेत हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गयी थी। ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना ने बताया कि सशस्त्र बलों के प्रमुख (जनरल स्टाफ) ने बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों पर दूसरी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर के मलबे और शेष हिस्सों पर किये गये परीक्षणों के परिणामों और जिस तरह से अवशेष घटनास्थल पर बिखरे हुए थे, उसे देखते हुए दुर्घटना से पहले किसी तरह की गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नजर नहीं आती।रिपोर्ट के अनुसार हेलिकॉप्टर के ढांचे (फ्यूजलेग) से अवशेष की दूरी के मद्देनजर उड़ान के दौरान या पहाड़ में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ क्षण पहले साइबर हमले के कारण विस्फोट होने की आशंका को खारिज कर दिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पर साइबर हमले का कोई संकेत नहीं मिला है, हालांकि पूर्वी अजरबैजान प्रांत की राजधानी तबरीज लौटते समय रास्ते में मौसम की स्थिति क्या थी, इसके बारे में आगे की जांच की आवश्यकता होगी। रिपोर्ट के अनुसार, विमान में सवार यात्रियों और उपकरणों का कुल वजन उड़ान भरने के समय और उड़ान के दौरान हेलिकॉप्टर की अधिकतम भार सीमा के अनुपात में था। इसके अलावा, उड़ान के दौरान और हादसा होने से 69 सेकंड पहले तक हेलिकॉप्टर के उड़ान दल के साथ निर्दिष्ट आवृत्तियों पर संपर्क बनाए रखा गया था, जिससे संचार प्रणाली में किसी भी व्यवधान या आवृत्ति हस्तक्षेप की आशंका को खारिज कर दिया गया। ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख की जांच समिति की पहली रिपोर्ट 23 मई को जारी की गई थी।