(मानवी मीडिया) : 15 साल के लड़के के साथ यौन संबंध बनाने और 16 साल के लड़के की वर्जिनिटी लेने और उससे गर्भवती होने का आरोप झेलने वाली महिला टीचर ने कोर्ट में दलील दी है कि ब्रेक-अप के बाद वह अकेलापन महसूस कर रही थी और सिर्फ ध्यान आकर्षित करना चाहती थी। बतौर शिक्षिका किशोरों के साथ यौन संबंध बनाने से इनकार करने वाली महिला ने कहा कि नौ साल का रिश्ता टूटने के बाद वह कोविड लॉकडाउन के दौरान अकेलेपन से जूझ रही थीं। महिला ने दावा किया कि स्कूल से निकाले जाने के बाद उसके एक लड़के से संबंध बने और वह उसी से गर्भवती हुई। 30 साल की महिला टीचर रेबेका जॉयन्स पर अपने स्कूल के नाबालिग लड़कों के साथ यौन संबंध बनाने का आरोप है। महिला टीचर ने कहा कि उसने कभी शिक्षिका रहते हुए लड़कों के साथ यौन संबंध नहीं बनाए। उसने दावा किया कि यह सब तब हुआ जब स्कूल की नौकरी से निकाली जा चुकी थी। महिला टीचर 15 वर्षीय लड़के के साथ कथित यौन गतिविधि के लिए जमानत पर है। महिला पर नया आरोप है कि उसने कथित तौर पर 16 वर्षीय दूसरे किशोर की वर्जिनिटी ली। यौन संबंध बनाने के बाद वह गर्भवती हुई।
महिला टीचर बोली- नहीं बनाए संबंध
मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, जॉयन्स पर अमेरिका के मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। उसने कोर्ट में दलील के दौरान कहा कि वह दो किशोरों के साथ यौन गतिविधियों के आरोपों में निर्दोष है। अभियोजन पक्ष की ओर से वकील जो ऑलमैन ने कहा कि "जब कोई वयस्क 13, 14, 15 साल के किसी किशोर के साथ अनुचित संबंध बनाया है, तो इस अपराध में वयस्क ही पूरी तरह से ज़िम्मेदार होता है। इसमें बच्चे के उत्तेजक होने या वयस्क के साथ संबंध बनाने में उसे दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
महिला टीचर के खिलाफ पर्याप्त सबूत
अभियोजन पक्ष की ओर से अधिवक्ता ऑलमैन ने कहा, लड़का महिला के फ्लैट पर रुका था। उसका स्पर्म बेड की चादर पर पाया गया था। जॉयन्स से अधिवक्ता ने पूछा,"क्या आपके मन में 15 वर्ष के लड़कों के प्रति तीव्र यौन आकर्षण है?" जॉयन्स ने जवाब में नहीं कहा। अभियोजन पक्ष की ओर से जॉयन्स पर आरोप लगाए गए कि कैसे नाबालिगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए उन्होंने लड़कों पर मानसिक दबाव बनाया। वकील ने जूरी को बताया कि कैसे लड़के ने जॉयन्स से मिलने के लिए अपनी मां से झूठ बोला और फिर वो उस लड़के को अपने फ्लैट में ले गई। हालांकि अपनी सफाई में जॉयन्स ने कहा कि उनके बीच सेक्स नहीं हुआ था, लड़का पूरी रात सोफे पर ही सोया था।
अकेलापन महसूस कर रही थी
कोर्ट में अपनी तरफ से सफाई पेश करते हुए जॉयन्स ने कहा कि वह सिर्फ अकेलापन दूर करना चाहती और उसने सेक्स नहीं किया। महिला शिक्षक ने माना कि एक टीचर के रूप में मुझे किसी छात्र के साथ इस तरह से गुपचुप नहीं मिलना चाहिए। मैं मानती हूं कि मुझसे गलती हुई है। मैंने कोविड-19 के दौरान अकेलापन महसूस किया है और मानसिक तनाव झेला है। मैं बिल्कुल अकेली थी, जो बहुत भयावह है। महिला का दावा है कि उसके फ्लैट में उन्होंने सिर्फ रात बिताई। इसके बाद अफवाहें फैलनी शुरू हो गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जमानत पर रहते हुए उसे नौकरी से निकाल दिया गया। महिला ने कहा कि दोस्त के रूप में वे एक-दूसरे के साथ काफी घुलमिल गए थे। जॉयन्स ने कहा कि स्कूल से निकाले जाने से पहले उसके उस लड़के (16 वर्षीय स्टूडेंट) से कभी संबंध नहीं बने। इसके बाद ही हमारे बीच ऐसा हुआ। अब क्योंकि वह एक शिक्षिका नहीं है और उसने एक बेटी को जन्म दिया है। महिला ने रोते हुए कोर्ट को बताया कि " बेटी को जन्म देने के 24 घंटे बाद ही उसे मुझसे दूर कर दिया गया। फिलहाल मैं सप्ताह में तीन बार तीन घंटे के लिए ही अपनी बेटी से मिल पाई हूं। यह मेरे लिए बहुत मुश्किल समय है।"