लखनऊ : (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश के बागपत में हुई माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में सीबीआई की चार्जसीट से बड़ा खुलासा हुआ हैं। सीबीआई की चार्ज सीट के मुताबिक मुन्ना बजरंगी की हत्या एक प्री प्लांट मर्डर था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के लिए जेल में एक ही बोर की 4 पिस्टल लाई गई थी। तीन पिस्टल से उस पर चलाई गई थी गोली। वहीं जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए एक पिस्टल को सेप्टिक टैंक में फेंका गया था। कारतूस के 10 खोखों की FSL रिपोर्ट से हुआ है यह खुलासा। वहीं मुन्ना बजरंगी के शरीर पर गोलियों की 7 एंट्री, 6 एग्जिट निशान मिले थे। एक गोली मुन्ना बजरंगी के शरीर में ही मिली थी।
सीबीआई की चार्जसीट के मुताबिक जिन 3 पिस्टल से मुन्ना बजरंगी को गोलियां मारी गई थी वो अबतक बरामद नहीं हुए हैं। वहीं इस हत्याकांड में CBI ने सुनील राठी, अरविंद राठी, प्रवेंद्र राठी को आरोपी बनाया हैं। इसके अलावा बबलू नंबरदार, ओमवीर राठी को भी आरोपी बनाया है। ये सभी हत्या के समय बागपत जेल में बंद थे। वहीं CBI ने चार्जशीट में पुलिसकर्मियों को क्लीनचिट दी गई है। वहीं कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लेकर CBI को वापस भेजा दिया। कोर्ट ने CBI से मामले में आगे गहन जांच करने को भी कहा हैं। CBI चार्जशीट में हत्या की वजह साफ नहीं कर पाई है है। 9 जुलाई 2018 को जेल में हुई थी मुन्ना बजरंगी की हत्या।