मुरादाबाद : (मानवी मीडिया) अपर जिलाधिकारी प्रशासन (जिला खरीद अधिकारी) गुलाब चंद की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गेहूं खरीद को लेकर समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने गेहूं खरीद में अपेक्षित प्रगति न होने पर नाराजगी जताई। कहा कि दो दिनों में खरीद में तेजी न आने पर जिम्मेदार केंद्र प्रभारियों, खरीद एजेसियों के प्रबंधकों को दंडित किया जाएगा। जिला खाद्य विपणन अधिकारी राजेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में 10,101.50 क्विंटल गेहूं की खरीद अब तक 1398 किसानों से हुई है।
समीक्षा बैठक में सामने आया कि पीसीएफ मुरादाबाद के 14 केंद्रों, यूपीएसएस के चार केंद्रों, पीसीयू के एक, एनसीसीएफ के दो, नैफेड के एक सहित कुल 22 केंद्रों पर अब तक 200 क्विंटल से भी कम गेहूं की खरीद हुई है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने इनके प्रभारियों को चेतावनी दी कि दो दिनों में यदि इनके केंद्र प्रभारियों द्वारा प्रगति में सुधार लाकर प्रति केंद्र 200 क्विंटल से कम खरीद की गई तो इनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी। जिन केंद्रों पर ऐसा नहीं हुआ उनके केंद्र प्रभारी उनसे कलेक्ट्रेट में मिलकर स्पष्टीकरण देंगे।
जिला प्रबंधक पीसीएफ, पीसीयू, एनसीसीएफ को चेतावनी दी कि यदि दो दिन में गेहूं खरीद की प्रगति नहीं सुधरी तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि जिले में गेहूं खरीद के लिए अब तक 4387 किसानों का पंजीयन किया जा चुका है। इसमें 4360 किसानों के पंजीयन का सत्यापन भी किया जा चुका है। गेहूं का अवैध भंडारण रोकने के लिए हर दिन छापेमारी कर कार्रवाई कर रहे हैं। बैठक में जिला प्रबंधक पीसीएफ कृष्ण यादव, यूपीएसएस के जिला प्रबंधक अशोक चौधरी, एनसीसीएफ के जिला प्रबंधक व 200 क्विंटल प्रति दिन से कम खरीद वाले केंद्रों के प्रभारी आदि मौजूद रहे।