सिलीगुड़ी : (मानवी मीडिया) केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर ‘राष्ट्र विरोधी ताकतों’ को शरण देने और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वालों का ‘समर्थन’ करने का आरोप लगाया। सिलीगुड़ी में चुनाव प्रचार अभियान के दौरान पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री ने सवाल उठाया कि राज्य या देश में कहीं भी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले लोगों को ‘पश्चिम बंगाल में सुरक्षा और शरण’ क्यों मिलती है। उन्होंने पूछा, ‘ऐसा क्यों है?’
पश्चिम बंगाल की मंत्री और टीएमसी प्रवक्ता शशि पांजा ने ठाकुर के आरोपों को खारिज किया और उन पर ‘भ्रम से पीड़ित’ होने का आरोप लगाया। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले के दो आरोपियों को शुक्रवार को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया और इस घटनाक्रम को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने राज्य को आतंकवादियों के लिए ‘‘एक पनाहगाह बना दिया है।’’ वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। ठाकुर ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी की नाक के नीचे भ्रष्टाचार पनपता है और महिलाओं पर अत्याचारों को नजरअंदाज किया जाता है।’’
ठाकुर ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में संदेशखालि में वसूली, जमीन हथियाने और महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण के मामलों का भी उल्लेख किया। ठाकुर के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पांजा ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि आप या तो भ्रम का शिकार हो गए हैं या भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर नहीं, तो फिर आप वास्तविकता से अनभिज्ञ हैं। आपको पता होना चाहिए कि यहां की पुलिस ने ही गिरफ्तारियां की हैं और यही तथ्यात्मक स्थिति है। ठाकुर को नफरत फैलाने के लिए जाना जाता है।’’ उन्होंने बंगाल की बकाया राशि का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने सवाल किया, ‘निधि का वितरण रोक क्यों दिया?’ टीएमसी का दावा है कि केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल का 1.6 लाख करोड़ रुपये का बकाया रोक दिया है जो राज्य से एकत्रित किए गए कर का वैध हिस्सा है।