नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया ने जेल से लेटर लिखा है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और संजय सिंह की रिहाई के बाद पहली बार उनका खत सामने आया है। हालांकि, यह लेटर पर 15 मार्च की तारीख है। इसका मतलब है कि यह केजरीवाल की गिरफ्तारी से एक सप्ताह पहले लिखा गया था, जो अब सामने आया है। चार पन्नों के लेटर में सिसोदिया ने लेटर में अपनी रिहाई की उम्मीद जाहिर की है। अपने विधानसभा को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी अंग्रेजों ने जेल में रखा था।
सिसोदिया ने कहा, ‘पिछले एक साल में मुझे सभी बहुत याद आए। सब ने बहुत ईमानदारी से मिलकर काम किया। जैसे आजादी के समय सबने लड़ाई लड़ी वैसे ही हम अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। अंग्रेजों की तानाशाही के बाद भी आजादी का सपना सच हुआ उसी तरह एक दिन हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलेगी। अंग्रेजों को भी अपना सत्ता का बहुत घमंड था। अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों के जेल में बंद रखते थे। अंग्रेजों ने कई सालों तक गांधी जी को जेल में रखा। अंग्रेजों ने नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला। ये लोग मेरी प्रेरणा हैं और आप सब मेरी ताकत। विकसित देश होने के लिए अच्छी शिक्षा-स्कूल का होना बहुत जरूरी है।’ सिसोदिया ने लिखा, ‘जल्द ही बाहर मिलेंगे। शिक्षा क्रांति जिंदाबाद। लव यू ऑल।’
यह पहला मौका है जब सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद कोई लेटर लिखा है। इससे पहले गुरुवार रात सिसोदिया के एक्स हैंडल पर उनकी टीम ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर एक पोस्ट लिखा। इसमें कहा गया, ‘तानाशाह को लगता हैं कि वो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर उन्हें डरा देंगे और जनता कि सेवा करने से रोक देंगे। लेकिन शायद तानाशाह को ये नहीं पता की ये वही अरविंद केजरीवाल है जो 22 साल पहले बिना किसी पार्टी या मुख्यमंत्री पद के दिल्ली की जानता के लिए सड़कों पर लड़ रहे थे। इसी संघर्ष और जज्बे के कारण आज पूरी दिल्ली अरविंद केजरीवाल को सिर्फ एक मुख्यमंत्री नहीं बल्कि अपना बेटा मानती है।’
कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किए गए सिसोदिया एक साल से अधिक समय से जेल में बंद हैं। उन्होंने 2023 के फरवरी में गिरफ्तार किया गया था। सिसोदिया की जमानत याचिका ट्रायल कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक खारिज हो चुकी है। इसे केस में छह महीने पहले गिरफ्तार हुए संजय सिंह को हाल ही में सर्वोच्च अदालत से जमानत मिली है।