नई दिल्ली (मानवी मीडिया)– बर्ड फ्लू अभी लोग कोरोना की खाैफनाक यादों को भूले नहीं थे कि एक और कोरोना ने दहशत फैलानी शुरू कर दी है। इस वायरस का नाम है एच5एन1। इसे लेकर वैज्ञानिकों ने अलर्ट जारी किया है। दरअसल कुछ दिनों पहले अमेरिका में कुछ लोगों और मवेशियों में बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा (एच5एन1) संक्रमण के मामले सामने आए थे। आशंका व्यक्त की जा रही है कि बर्ड फ्लू महामारी में मृत्यु दर कोरोना की तुलना में बहुत ज्यादा होगी और अगर इसने इंसानों में म्युटेट होना शुरू कर दिया तो इसके और गंभीर होने का खतरा है।
पिट्सबर्ग में एक प्रमुख बर्ड फ्लू रिसर्चर डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने चेतावनी दी कि H5N1 में महामारी पैदा करने की क्षमता है, क्योंकि यह मनुष्यों सहित कई स्तनधारियों को संक्रमित करने की क्षमता रखता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2003 के बाद से H5N1 बर्ड फ्लू से पीड़ित प्रत्येक 100 लोगों में से 52 की मृत्यु हो गई है। गौरतलब है कि एवियन इन्फ्लूएंजा के इस प्रकार, एच5एन1 का मामला पिछले साल उस समय सुर्खियों में आ गया था, जब कंबोडिया में संक्रमण से एक 11 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई थी। इससे कुछ समय पहले, यह वायरस नियमित तौर पर कई स्तनधारी जीवों में पाया गया था। इनमें मिंक, भालू, लोमड़ियां, स्कंक्स, पॉसम, रैकून और सील शामिल थे।
बर्ड फ्लू इंसानों में कैसे फैलता है?
-बर्ड फ्लू संक्रमित पक्षी (मृत या जीवित) के निकट संपर्क से फैलता है।
-संक्रमित पक्षियों को छूना
-मल-मूत्र या बिस्तर को छूना
-संक्रमित मुर्गी को मारना या पकाने के लिए तैयार करना
इंसानों में बर्ड फ्लू के लक्षण
बर्ड फ्लू के मुख्य लक्षण बहुत जल्दी प्रकट हो सकते हैं और इसमें शामिल हैं:
बहुत अधिक तापमान या गर्मी या कंपकंपी महसूस होना
मांसपेशियों में दर्द
सिरदर्द
खांसी या सांस की तकलीफ
अन्य प्रारंभिक लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
दस्त रोग ,पेट दर्द,छाती में दर्द
नाक और मसूड़ों से खून आना
आँख आना