लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी में भूखे पेट सोने वालों के लिए खुशखबरी है। अब ऐसे लोग महज पांच रुपये में पेट भर खाना खा सकते हैं। मजे की बात यह है कि खाने की गुणवत्ता भी किसी ठेला छाप भोजनालय से कई गुना बेहतर है। खाने में छोला, चावल, पूड़ी, कढ़ी, हलवा और ठंडा शरबत मिलता है। फिलहाल यह खाना गोमतीनगर में हुसड़िया चौराहे से आगे संगम पार्क में मिल रहा है। बहराइच की संस्था पंचवटी श्री सीताराम रसोई की ओर से लखनऊ में यह व्यवस्था शुरू की गई है। संस्था के प्रबंधक सतीश कुमार वैश्य ने बताया कि शहर में हजारों लोग हर रोज भूखे पेट सोने को मजबूर होते हैं। दूर-दराज से काम की तलाश में आने वाले मजदूर काम न मिलने पर बिना खाए रात गुजारते हैं। अगले दिन भी भूखे पेट काम की तलाश में निकल जाते हैं। बड़ी संख्या में पढ़ने वाले बच्चे भी अक्सर पैसे की कमी की वजह से भूखे रात गुजार देते हैं। उनका कहना है कि ऐसे लोगों की मदद के लिए महज पांच रुपये में खाना उपलब्ध कराया जा रहा है।
संस्था का उद्देश्य है कि कोई भूखे न सोने पाए। संस्था की संचालिका कोमल चौधरी ने बताया कि उनकी टीम लोगों की मदद के लिए काम कर रही है। टीम का हर सदस्य सुबह से दोपहर तक कॉलोनियों में जाकर लोगों से राशन और अन्य सामान मांगकर जुटाते हैं। इसके बाद भोजन तैयार करके तय स्थान पर पहुंचा दिया जाता है। यहां से पांच रुपये के टोकन पर लोगों को खाना मुहैया कराया जाता है। संस्था की संचालिका कोमल ने बताया कि टीम में करीब 10-12 सदस्य काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल गोमतीनगर के हुसड़िया चौराहे से आगे संगम पार्क में सुबह से शाम तक भोजन मुहैया कराया जा रहा है।