लखनऊ : (मानवी मीडिया) शाइन सिटी घोटाले के मामले में अब केंद्रीय एजेंसी एक्शन मोड में नजर आ रही है। खबर है कि इस घोटाले को लेकर जेल में बंद तीनों आरोपियों की ED को 7 दिन की कस्टडी रिमांड मिली है। जिसके बाद अब 16 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय इन आरोपियों से पूछताछ कर सकती है। इन आरोपियों में घोटाले के मास्टरमाइंड शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनीज के एमडी राशिद नसीम का भाई आसिफ नसीम भी शामिल है, जो लखनऊ के जेल में बंद है। वहीं, वाराणसी जेल में बंद शाइन सिटी के निदेशक अमिताभ कुमार श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव का नाम भी इन आरोपियों में शामिल है। मिली खबर के अनुसार ED ने इन सभी को रिमांड पर लिया है। दरअसल, शाइन सिटी में निवेश करने वाले निवेशकों से कंपनी ने करीब 60 हजार करोड़ रुपये हड़पे हैं। जिस मामले में शाइन सिटी के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में 250 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इन्हीं मामलों को आधार बनाते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है। हालांकि, कार्रवाई से बचने के लिए कंपनी का MD राशिद नसीम दुबई भाग गया। मगर ED ने एक्शन लेते हुए बीते 3 वर्ष में राशिद के भाई आसिफ, अमिताभ व मीरा को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद बयान दर्ज किया था। इस दौरान जांच में सामने आया कि निवेशकों से ठगी गई रकम को कई शेल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया था। आसिफ नसीम ने निवेशकों की रकम से कई निजी संपत्तियों को खरीदा था। वहीं, अमिताभ और मीरा श्रीवास्तव ने भी मेसर्स किंग्सटन बिल्डकॉन प्रा. लि. कंपनी के जरिये 22 करोड़ रुपये की रकम हड़पी और उससे कई संपत्तियां खरीदी। इस बीच मंगलवार यानी 9 अप्रैल को ईडी ने तीनों को लखनऊ के पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया था। प्रवर्तन निदेशालय के तरफ से कोर्ट में इन आरोपियों की सात दिन की कस्टडी रिमांड मांगी गई थी।
लखनऊ : (मानवी मीडिया) शाइन सिटी घोटाले के मामले में अब केंद्रीय एजेंसी एक्शन मोड में नजर आ रही है। खबर है कि इस घोटाले को लेकर जेल में बंद तीनों आरोपियों की ED को 7 दिन की कस्टडी रिमांड मिली है। जिसके बाद अब 16 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय इन आरोपियों से पूछताछ कर सकती है। इन आरोपियों में घोटाले के मास्टरमाइंड शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनीज के एमडी राशिद नसीम का भाई आसिफ नसीम भी शामिल है, जो लखनऊ के जेल में बंद है। वहीं, वाराणसी जेल में बंद शाइन सिटी के निदेशक अमिताभ कुमार श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव का नाम भी इन आरोपियों में शामिल है। मिली खबर के अनुसार ED ने इन सभी को रिमांड पर लिया है। दरअसल, शाइन सिटी में निवेश करने वाले निवेशकों से कंपनी ने करीब 60 हजार करोड़ रुपये हड़पे हैं। जिस मामले में शाइन सिटी के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में 250 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इन्हीं मामलों को आधार बनाते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है। हालांकि, कार्रवाई से बचने के लिए कंपनी का MD राशिद नसीम दुबई भाग गया। मगर ED ने एक्शन लेते हुए बीते 3 वर्ष में राशिद के भाई आसिफ, अमिताभ व मीरा को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद बयान दर्ज किया था। इस दौरान जांच में सामने आया कि निवेशकों से ठगी गई रकम को कई शेल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया था। आसिफ नसीम ने निवेशकों की रकम से कई निजी संपत्तियों को खरीदा था। वहीं, अमिताभ और मीरा श्रीवास्तव ने भी मेसर्स किंग्सटन बिल्डकॉन प्रा. लि. कंपनी के जरिये 22 करोड़ रुपये की रकम हड़पी और उससे कई संपत्तियां खरीदी। इस बीच मंगलवार यानी 9 अप्रैल को ईडी ने तीनों को लखनऊ के पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया था। प्रवर्तन निदेशालय के तरफ से कोर्ट में इन आरोपियों की सात दिन की कस्टडी रिमांड मांगी गई थी।