श्रीनगर : (मानवी मीडिया) जामिया मस्जिद को शब-ए-कद्र की शाम से ही नमाज के लिए फिर से बंद कर दिया गया. जिसके बाद वहां के लोग जामिया मस्जिद में 5 अप्रैल को भी अलविदा जुम्मा की नमाज इस मस्जिद में अदा नहीं कर सके. मीरवाइज उमर फारूक को “फिर से नजरबंद” कर दिया गया है. जम्मू एंड कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शब-ए-कद्र के मौके पर ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को “तालाबंद” करने के लिए प्रशासन की आलोचना की है. मुफ्ती ने एक ट्वीट में कहा, “कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि शब-ए-कद्र के मौके पर लोगों को नमाज अदा करने से रोकने के लिए जामा मस्जिद को बंद कर दिया गया और मीरवाइज को फिर से नजरबंद कर दिया गया. भूमि, संसाधन, धर्म आप कश्मीरियों को किस-किस चीज से वंचित करेंगे?” अधिकारियों द्वारा जामिया मस्जिद बंद करने और अलविदा जम्मे की नमाज अदा करने की इजाजत नहीं देने के बाद घाटी में अन्य जगहों पर, शुक्रवार की नमाज़ पढ़ी गई. डल झील के तट पर हजरतबल में सबसे ज्यादा तादाद में लोगों ने नमाज पढ़ी. इस दिन को यौम ए कुद्स (कुद्स दिवस) के रूप में भी मनाया गया. घाटी की मस्जिदों और तीर्थस्थलों में फिलिस्तीन के लोगों के लिए दुआ की गई.
श्रीनगर : (मानवी मीडिया) जामिया मस्जिद को शब-ए-कद्र की शाम से ही नमाज के लिए फिर से बंद कर दिया गया. जिसके बाद वहां के लोग जामिया मस्जिद में 5 अप्रैल को भी अलविदा जुम्मा की नमाज इस मस्जिद में अदा नहीं कर सके. मीरवाइज उमर फारूक को “फिर से नजरबंद” कर दिया गया है. जम्मू एंड कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शब-ए-कद्र के मौके पर ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को “तालाबंद” करने के लिए प्रशासन की आलोचना की है. मुफ्ती ने एक ट्वीट में कहा, “कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि शब-ए-कद्र के मौके पर लोगों को नमाज अदा करने से रोकने के लिए जामा मस्जिद को बंद कर दिया गया और मीरवाइज को फिर से नजरबंद कर दिया गया. भूमि, संसाधन, धर्म आप कश्मीरियों को किस-किस चीज से वंचित करेंगे?” अधिकारियों द्वारा जामिया मस्जिद बंद करने और अलविदा जम्मे की नमाज अदा करने की इजाजत नहीं देने के बाद घाटी में अन्य जगहों पर, शुक्रवार की नमाज़ पढ़ी गई. डल झील के तट पर हजरतबल में सबसे ज्यादा तादाद में लोगों ने नमाज पढ़ी. इस दिन को यौम ए कुद्स (कुद्स दिवस) के रूप में भी मनाया गया. घाटी की मस्जिदों और तीर्थस्थलों में फिलिस्तीन के लोगों के लिए दुआ की गई.