लखनऊ : (मानवी मीडिया) एक सिविल जज लखनऊ में तैनात एडीजे पांच विवेकानंद के एकलौते बेटे ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसका आईआईटी जेईई मेंस का रिजल्ट संतोषजनक नहीं रहा। पिछले कुछ दिनों से जज का बेटा रिजल्ट को लेकर तनाव में था। बुधवार को प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट सामने आया था जिसको देखने के बाद सिविल जज के बेटे अजितेश ने आत्महत्या कर ली। मृतक अजितेश की उम्र मात्र 19 वर्षीय थी। बुधवार रात को अजितेश ने घटना को अंजाम दिया, मृतक ने अपने कमरे में पर्दे से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। जानकारी मिली है कि अजितेश रिजल्ट देखने के बाद तनाव में आ गया था। रात में वह खाना खाने के बाद अपने कमरे में चला गया, जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली। 1:00 बजे रात को परिजनों को शक हुआ तो वह अजितेश से मिलने के लिए कमरे में गए। काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन अजितेश की ओर से कोई प्रतिज्ञा नहीं दी गई। जिसके बाद परिजन अंदर गए तो उन्हें अजितेश अमृत अवस्था में मिला।
19 वर्षीय अजितेश के इस कदम के बाद परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यवाही करते हुए शव का पंचनामा कराया। पुलिस अधिकारियों ने बताया की परिजन शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे इसलिए पंजनामे की कार्यवाई करने के बाद शव को परिजनों को सौप दिया गया। परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव को अपने गांव लेकर गए हैं। अजितेश ने आईआईटी जेईई प्रवेश परीक्षा का एग्जाम दिया था। परीक्षा के रिजल्ट को लेकर अजितेश तनाव में था। मां इस बात को भांप गई थी। जिसके चलते चार दिन पहले मां ने अजीतेश का मोबाइल फोन अपने पास छिपा लिया था, जिससे वह रिजल्ट न देख सके। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यवाई करते हुए शव का पंजनामा कराया। पिरजनों को आग्रह पर शव को पोस्टमार्टम नहीं कराया गया गया है। मृतक के परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है।