लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी में चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों की हिरासत से 30 यात्री भाग गए हैं। ये घटना मंगलवार की बताई जा रही है। लखनऊ पुलिस ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ मिलकर उन सभी आरोपियों की बड़े पैमाने पर तलाश शुरू कर दी है, जिनका अभी तक पता नहीं चल सका है मिली जानकारी के अनुसार राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) से मिली सूचना के बाद हवाई अड्डे पर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था कि 36 यात्री संयुक्त अरब अमीरात से 3.5 करोड़ रुपये के अवैध सोने और सिगरेट की छड़ें लेकर आ रहे थे। हिरासत में लिए गए यात्री सोमवार को शारजाह-लखनऊ फ्लाइट से उतर गए। कस्टम अधिकारियों ने उनके पास से 25 लाख रुपये जब्त किये थे। सभी को एयरपोर्ट परिसर के भीतर कड़ी केंद्रीय सुरक्षा मैं रखा गया था। मामला खुला तो काफी वक्त बीतने के बाद लखनऊ पुलिस को जानकारी दी गई। लेकिन सभी स्मगलर्स फरार हो चुके हैं। इस गंभीर मामले में अभी तक डीआरआई या कस्टम विभाग की तरफ से कोई बयान नही दिया गया। सामान्य तौर पर ऐसे मामलों में सीबीआइ जांच और विजिलेंस इन्वेस्टिगेशन भी होता है लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं हुई। लखनऊ पुलिस का कहना है सूचना मिलने के उपरांत वो चिन्हित स्मगलर्स के बारे में जानकारी इकठ्ठा कर रही है।
लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी में चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों की हिरासत से 30 यात्री भाग गए हैं। ये घटना मंगलवार की बताई जा रही है। लखनऊ पुलिस ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ मिलकर उन सभी आरोपियों की बड़े पैमाने पर तलाश शुरू कर दी है, जिनका अभी तक पता नहीं चल सका है मिली जानकारी के अनुसार राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) से मिली सूचना के बाद हवाई अड्डे पर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था कि 36 यात्री संयुक्त अरब अमीरात से 3.5 करोड़ रुपये के अवैध सोने और सिगरेट की छड़ें लेकर आ रहे थे। हिरासत में लिए गए यात्री सोमवार को शारजाह-लखनऊ फ्लाइट से उतर गए। कस्टम अधिकारियों ने उनके पास से 25 लाख रुपये जब्त किये थे। सभी को एयरपोर्ट परिसर के भीतर कड़ी केंद्रीय सुरक्षा मैं रखा गया था। मामला खुला तो काफी वक्त बीतने के बाद लखनऊ पुलिस को जानकारी दी गई। लेकिन सभी स्मगलर्स फरार हो चुके हैं। इस गंभीर मामले में अभी तक डीआरआई या कस्टम विभाग की तरफ से कोई बयान नही दिया गया। सामान्य तौर पर ऐसे मामलों में सीबीआइ जांच और विजिलेंस इन्वेस्टिगेशन भी होता है लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं हुई। लखनऊ पुलिस का कहना है सूचना मिलने के उपरांत वो चिन्हित स्मगलर्स के बारे में जानकारी इकठ्ठा कर रही है।