अयोध्या : (मानवी मीडिया) गोसाईगंज कस्बे से सटे पुरौवा गांव में अज्ञात कारणों से लगी आग से लगभग 12बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी। घटना सोमवार दोपहर की है। पुरौवा निवासी रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य भाजपा नेता पंकज सिंह के खेत में अचानक धुंआ दिखाई पड़ा। लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक भयंकर आग की लपटें उठने लगी। ग्रामीण फायर बिग्रेड को सूचना देते हुए जिसके हाथ में जो लगा लेकर आग बुझाने में जुट गये। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन तब तक 12बीघा गेहूं जलकर राख हो गया। आग कैसे लगी इसकी कोई जानकारी नहीं हो सकी। सूचना पर पहुंचे लेखपाल अमितकान्त दूबे ने बताया कि क्षति का आकलन कर प्रशासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। आग लगने की सूचना देने के लगभग डेढ़ घण्टे बाद फायर बिग्रेड की छोटी गाड़ी पहुंची।जिसे देखकर लोगों ने नाराजगी जताई ।बताते चले कि गोसाईगंज कोतवाली इलाके में कस्बा सहित लगभग 64 गांव आते हैं। लोगों ने कई बार शासन-प्रशासन से फायर बिग्रेड की स्थापना कोतवाली में करने की मांग की, लेकिन आज तक न स्टेशन की स्थापना हुई और न ही एक भी गाड़ी खड़ी कराई गई।आग लगने के बाद लोगों को खुद के संसाधन पर निर्भर रहना पड़ता है।फायर बिग्रेड की गाड़ी तब पहुंचती है जब लोग आग पर काबू पा लेते हैं।
अयोध्या : (मानवी मीडिया) गोसाईगंज कस्बे से सटे पुरौवा गांव में अज्ञात कारणों से लगी आग से लगभग 12बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी। घटना सोमवार दोपहर की है। पुरौवा निवासी रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य भाजपा नेता पंकज सिंह के खेत में अचानक धुंआ दिखाई पड़ा। लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक भयंकर आग की लपटें उठने लगी। ग्रामीण फायर बिग्रेड को सूचना देते हुए जिसके हाथ में जो लगा लेकर आग बुझाने में जुट गये। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन तब तक 12बीघा गेहूं जलकर राख हो गया। आग कैसे लगी इसकी कोई जानकारी नहीं हो सकी। सूचना पर पहुंचे लेखपाल अमितकान्त दूबे ने बताया कि क्षति का आकलन कर प्रशासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। आग लगने की सूचना देने के लगभग डेढ़ घण्टे बाद फायर बिग्रेड की छोटी गाड़ी पहुंची।जिसे देखकर लोगों ने नाराजगी जताई ।बताते चले कि गोसाईगंज कोतवाली इलाके में कस्बा सहित लगभग 64 गांव आते हैं। लोगों ने कई बार शासन-प्रशासन से फायर बिग्रेड की स्थापना कोतवाली में करने की मांग की, लेकिन आज तक न स्टेशन की स्थापना हुई और न ही एक भी गाड़ी खड़ी कराई गई।आग लगने के बाद लोगों को खुद के संसाधन पर निर्भर रहना पड़ता है।फायर बिग्रेड की गाड़ी तब पहुंचती है जब लोग आग पर काबू पा लेते हैं।