उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) रोड सेफ्टी के साथ ही परिवहन में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों का राष्ट्रीय स्तर पर असर देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग (यूपीएसआरटीसी) को नई दिल्ली में एसोसिएशन ऑफ स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (एएसआरटीयू) ने तीन राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित किया इन पुरस्कारों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट एक्सीलेंसी अवार्ड कहा जाता है। यह अवार्ड निर्धारित शर्तों को पूरा करने वाले संस्थानों को अलग अलग कैटेगरी में दिया जाता है। यूपीएसआरटीसी को दो कैटेगरी (रोड सेफ्टी और फ्यूल एफिशिएंसी) में विनर के रूप में, जबकि एक (न्यू इनीशिएटिव्स) में रनर अप का पुरस्कार मिला है। इन पुरस्कारों को प्राप्त करने के लिए परिवहन निगम की तरफ से अपर प्रबंध निदेशक प्रणता ऐश्वर्या ने उपस्थित रहीं वहीं मुख्य प्रधान प्रबंधक प्राविधिक राजीव आनंद, जीएम आईटी युजवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विगत वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग को आधुनिक बनाने के लिए 500 करोड रुपए का प्रावधान किया गया था तथा आगामी वित्त वर्ष के लिए भी 500 करोड़ का आवंटन किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही मदद से परिवहन निगम सशक्त होकर अपना बस बेड़ा और बस स्टेशन उच्च श्रेणी के बनाने में प्रयत्नशील है।
उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) रोड सेफ्टी के साथ ही परिवहन में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों का राष्ट्रीय स्तर पर असर देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग (यूपीएसआरटीसी) को नई दिल्ली में एसोसिएशन ऑफ स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (एएसआरटीयू) ने तीन राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित किया इन पुरस्कारों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट एक्सीलेंसी अवार्ड कहा जाता है। यह अवार्ड निर्धारित शर्तों को पूरा करने वाले संस्थानों को अलग अलग कैटेगरी में दिया जाता है। यूपीएसआरटीसी को दो कैटेगरी (रोड सेफ्टी और फ्यूल एफिशिएंसी) में विनर के रूप में, जबकि एक (न्यू इनीशिएटिव्स) में रनर अप का पुरस्कार मिला है। इन पुरस्कारों को प्राप्त करने के लिए परिवहन निगम की तरफ से अपर प्रबंध निदेशक प्रणता ऐश्वर्या ने उपस्थित रहीं वहीं मुख्य प्रधान प्रबंधक प्राविधिक राजीव आनंद, जीएम आईटी युजवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विगत वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग को आधुनिक बनाने के लिए 500 करोड रुपए का प्रावधान किया गया था तथा आगामी वित्त वर्ष के लिए भी 500 करोड़ का आवंटन किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही मदद से परिवहन निगम सशक्त होकर अपना बस बेड़ा और बस स्टेशन उच्च श्रेणी के बनाने में प्रयत्नशील है।