लखनऊ (मानवी मीडिया)IADR दंत चिकित्सा, ओरल और क्रैनियोफेशियल रिसर्च के लिए समर्पित सबसे पुराना और प्रतिष्ठित संगठन है। इसकी स्थापना 1920 में हुई थी और इसका मुख्य कार्यालय वर्जीनिया, अमेरिका में है। एसोसिएशन ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ की बीडीएस अंतिम वर्ष की छात्रा शिवांगी सिंह को वर्ष 2024 के प्रतिष्ठित डेविड बी स्कॉट पुरस्कार का विजेता चुना है। इस पुरस्कार में शिवांगी को $2500 (लगभग 2,10,000 रुपये) की धनराशि दी जाएगी । कल अमेरिका के लुइसियाना, न्यू ऑरलियन्स में 2024 IADR कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह में इस अवॉर्ड की घोषणा की गई।
इस अवॉर्ड के एप्लीकेशन में उनके मेंटर, प्रोफेसर सौम्येंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि शिवांगी पुरस्कार राशि पूरी बत्तीसी, डेंटल फिलिंग्स और दांत निकालने जैसी साधारण दंत चिकित्सा प्रक्रियाओं को निष्पादित करने में सम्पूर्ण भारत के नवीन दंत चिकित्सक व ट्रेनीज़ की क्षमता जांच करने में उपयोग करेंगी।
केजीएमयू डेंटल फैकल्टी के डीन प्रोफेसर रंजीत पाटिल ने कहा कि यह शोध भारतीय दंत चिकित्सकों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने में महत्वपूर्ण होगा, जिसका असर सम्पूर्ण स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता पर पड़ता है।
केजीएमयू की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने शिवांगी को उनकी विश्व स्तर की उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि केजीएमयू को शिवांगी जैसे उच्च-क्षमता वाले छात्रों पर बहुत गर्व है, जो न केवल चिकित्सा शिक्षा बल्कि अनुसन्धान में भी उत्कृष्ट योगदान अर्जित करते हैं