लखनऊ : (मानवी मीडिया) टाइट जींस के शौकीन लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। नहीं तो बीमारी का शिकार हो सकतें। समस्या बढ़ने पर सर्जरी की जरूरत भी पड़ सकती है। टाइट कपड़ें किस तरह नुकसान पहुंचा सकते हैं .गर्ग की माने तों जांघ के ऊपरी हिस्से की त्वचा को संवेदना प्रदान करने वाली नस को लेटरल फेमोरल कटेनियस नर्व कहते हैं। कमर के पास से गुजरने वाली इस नस पर दबाव पड़ने या फिर उसमें खिंचाव आ जाने से मेरल्जिया पैरेस्थेटिका नामक बीमारी हो जाती है। नस पर अत्यधिक दबाव पड़ने से जांघ के बाहरी हिस्से में झनझनाहट, दर्द, या सुन्नता महसूस हो सकती है।पुरुषों में, खासकर जो तंग जीन्स पहनते हैं, मेरल्जिया पैरेस्थेटिका का खतरा बढ़ सकता है। तंग जीन्स पहनने से लेटरल फेमोरल कटेनियस नर्व पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे इस बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। इससे पीड़ित व्यक्तियों को जांघ के बाहरी हिस्से में दर्द और असुविधा महसूस हो सकती है, जो आमतौर पर एक तरफ होती है। इस बीमारी से बचने के लिए टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए। तंग कपड़ों की जगह पर ढीले और आरामदायक कपड़े पहननें चाहिए। जिन लोगों को यह दिक्कत हो रही हो, उन्हें तत्काल चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। प्रो.आरके.गर्ग बताते हैं कि कुछ मामलों में, फिजिकल थेरेपी, दवाइयों से मरीज को आराम मिल जाता है। वहीं कुछ मामलों में सर्जरी की जरूरत भी पड़ती है। ऐसे में समय पर इलाज जल्द राहत देने की दिशा में कारगर साबित होता है।
लखनऊ : (मानवी मीडिया) टाइट जींस के शौकीन लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। नहीं तो बीमारी का शिकार हो सकतें। समस्या बढ़ने पर सर्जरी की जरूरत भी पड़ सकती है। टाइट कपड़ें किस तरह नुकसान पहुंचा सकते हैं .गर्ग की माने तों जांघ के ऊपरी हिस्से की त्वचा को संवेदना प्रदान करने वाली नस को लेटरल फेमोरल कटेनियस नर्व कहते हैं। कमर के पास से गुजरने वाली इस नस पर दबाव पड़ने या फिर उसमें खिंचाव आ जाने से मेरल्जिया पैरेस्थेटिका नामक बीमारी हो जाती है। नस पर अत्यधिक दबाव पड़ने से जांघ के बाहरी हिस्से में झनझनाहट, दर्द, या सुन्नता महसूस हो सकती है।पुरुषों में, खासकर जो तंग जीन्स पहनते हैं, मेरल्जिया पैरेस्थेटिका का खतरा बढ़ सकता है। तंग जीन्स पहनने से लेटरल फेमोरल कटेनियस नर्व पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे इस बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। इससे पीड़ित व्यक्तियों को जांघ के बाहरी हिस्से में दर्द और असुविधा महसूस हो सकती है, जो आमतौर पर एक तरफ होती है। इस बीमारी से बचने के लिए टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए। तंग कपड़ों की जगह पर ढीले और आरामदायक कपड़े पहननें चाहिए। जिन लोगों को यह दिक्कत हो रही हो, उन्हें तत्काल चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। प्रो.आरके.गर्ग बताते हैं कि कुछ मामलों में, फिजिकल थेरेपी, दवाइयों से मरीज को आराम मिल जाता है। वहीं कुछ मामलों में सर्जरी की जरूरत भी पड़ती है। ऐसे में समय पर इलाज जल्द राहत देने की दिशा में कारगर साबित होता है।