लखनऊ : (मानवी मीडिया) आशियाना इलाके में महिला चिकित्सक डॉ. प्रियांशी रमन (30) का शव घर पर कमरे में फंदे से लटका मिला। उनका नूर मंजिल अस्पताल से इलाज चल रहा था। एक सप्ताह पहले ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंचीं थीं। परिजन ने क्लीनिक नहीं चलने से तनाव में आकर आत्मघाती कदम उठाने की बात कह रहे हैं थाना अंतर्गत रतनखंड निवासी डाॅ. प्रियांशी रमन का शव मंगलवार को फंदे से लटका मिला।
पीआरडी से सेवानिवृत्त कमांडेंट पिता मुन्नू लाल रमन ने बताया कि बड़ी बेटी डाॅ. प्रियांशी ने बीडीएस करने के बाद घर पर ही क्लीनिक खोला था। काफी कोशिश के बाद भी क्लीनिक नहीं चल रहा था। इससे वह तनाव में थी। डिप्रेशन की शिकायत पर उसका नूर मंजिल से इलाज करा रहे थे। हालत गंभीर होने पर प्रियांशी को नूर मंजिल में भर्ती कराया था। जहां से एक सप्ताह पहले ही डिस्चार्ज करा कर घर लाए थे।
सोमवार रात करीब 10 बजे खाना खाकर वह अपने कमरे में सोने गईं थी। मंगलवार सुबह जब वह काफी देर तक कमरे से नहीं निकलीं, तो जगाने गए। कई आवाज दी पर, अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। गेट पर धक्का लगाया तो खुल गया। अंदर प्रियांशी का शव फंदे से लटका मिला। चीख सुन पहुंचे पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरकर शव का पोस्टमार्टम कराया।