लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी के केजीएमयू स्थित पोस्टमार्टम हाउस में शव बदलने का मामला सामने आया है। जिसके चलते परिजनों ने जमकर हंगामा किया है। इस मामले में केजीएमयू प्रशासन ने जवाब दिया है कि यह पुलिस और परिजनों के बीच का मामला है दरअसल, केजीएमयू स्थित पोस्टमार्टम हाउस में एक महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद शव को परिजनों को सौंपने के बाद किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया गया। जब इस बात की जानकारी परिजनों को हुई, तो उन्होंने जमकर हंगामा किया, साथ ही जो शव उनको दिया गया था उसकों ले जाने से मना कर दिया है। पीड़ित परिजन रामलखन के मुताबिक केजीएमयू स्थित गांधी वार्ड में संध्या प्रजापति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद हमें दूसरे का शव दे दिया गया। जब इस बात की जानकारी की गई, तो पता चला कि शव बदल गया है और संध्या के शव को कोई और लेकर चला गया है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू के पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस बॉडी लेकर आती है। पोस्टमार्टम के बाद बॉडी पुलिस को सौंप दी जाती है। पुलिस ही परिजनों को शव की शिनाख्त कराती है। इस मामले में किसने लापरवाही की है। यह तो जांच का विषय है। इससे केजीएमयू प्रशासन का कोई लेना देना नहीं है।
लखनऊ : (मानवी मीडिया) राजधानी के केजीएमयू स्थित पोस्टमार्टम हाउस में शव बदलने का मामला सामने आया है। जिसके चलते परिजनों ने जमकर हंगामा किया है। इस मामले में केजीएमयू प्रशासन ने जवाब दिया है कि यह पुलिस और परिजनों के बीच का मामला है दरअसल, केजीएमयू स्थित पोस्टमार्टम हाउस में एक महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद शव को परिजनों को सौंपने के बाद किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया गया। जब इस बात की जानकारी परिजनों को हुई, तो उन्होंने जमकर हंगामा किया, साथ ही जो शव उनको दिया गया था उसकों ले जाने से मना कर दिया है। पीड़ित परिजन रामलखन के मुताबिक केजीएमयू स्थित गांधी वार्ड में संध्या प्रजापति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद हमें दूसरे का शव दे दिया गया। जब इस बात की जानकारी की गई, तो पता चला कि शव बदल गया है और संध्या के शव को कोई और लेकर चला गया है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू के पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस बॉडी लेकर आती है। पोस्टमार्टम के बाद बॉडी पुलिस को सौंप दी जाती है। पुलिस ही परिजनों को शव की शिनाख्त कराती है। इस मामले में किसने लापरवाही की है। यह तो जांच का विषय है। इससे केजीएमयू प्रशासन का कोई लेना देना नहीं है।