राजस्थान : (मानवी मीडिया) भाजपा के विधायक बालमुकुंद आचार्य एक बार फिर चर्चा में है. वे अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. शिवरात्रि के मौके पर बालमुकुंद ने सालों से बंद पड़े शिव मंदिर का ताला तोड़कर वहां पूजा अर्चना की. हालांकि जब वे मंदिर खोलने पहुंचे तो उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा.मंदिर के ताला तोड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि इस प्राचीन मंदिर में पूजा करने आए हैं. पहले यहां बहुसंख्यक समाज रहता था लेकिन किसी कारण से वो यहां से चले गए ऐसे में हम यहां पूजा करने आए हैं.
उन्होंने कहा कि यहां स्थानीय विधायक रफीक खान हैं. इसलिए मंदिरों का ऐसा हाल है. अगर हम मंदिर में पूजा कर रहे हैं इससे अशांति नहीं फैल सकती. हमारी सरकार के आने पर अब मंदिरों के ताले खुल रहे हैं.वहीं मंदिर के ताले खोलने के बाद समुदाय के लोगों ने कहा कि ये लोग कभी भी मंदिर की सुध नहीं लेते हैं. भाजपा के नेता जुम्मे के दिन शांति बिगाड़ने पहुंच गए. उन्होंने आगे कहा कि हमें इसे लेकर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन भाजपा वाले सिर्फ राजनीति करने आते हैं.