लखनऊ : (मानवी मीडिया) अक्सर यह देखा जाता है कि लोग अपने शरीर को अधिक मजबूत करने और पौरुष शक्ति बढ़ाने के लिए अपने आप कुछ औषधियां खरीद लेते हैं जो तत्काल में तो ऐसा प्रतीत होता है कि व्यक्ति ताकतवर हो गया अथवा उसकी पौरुष शक्ति मजबूत हो गई, लेकिन अनजाने में अनेक हानिकारक तत्वों के कारण शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है, जो अत्यंत घातक हो सकता है। यदि आप ऐसी औषधियों का उपयोग करते हैं तो सचेत रहें। इन दवाओं में स्टेरॉयड की अधिक मात्रा हो सकती है जो शरीर के लिए नुकसानदायक है यह जानकारी देते हुए फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी द्वारा बाजार में बिकने वाले गुड हेल्थ और पौरुष शक्ति नमक कैप्सूल के जांच के उपरांत शासन द्वार उसके प्रयोग और बिक्री रोके जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद फेडरेशन ने भी आम जनता के नाम एक अपील जारी की है, कि "कभी भी ऐसी औषधियों का उपयोग करते समय विशेष सतर्कता रखें और चिकित्सकों के सलाह पर ही औषधियों का सेवन करें। लंबे समय तक स्टीरॉयड युक्त दवा लेने से आपकी किडनी खराब हो सकती है तथा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर हो सकता है।"
लखनऊ : (मानवी मीडिया) अक्सर यह देखा जाता है कि लोग अपने शरीर को अधिक मजबूत करने और पौरुष शक्ति बढ़ाने के लिए अपने आप कुछ औषधियां खरीद लेते हैं जो तत्काल में तो ऐसा प्रतीत होता है कि व्यक्ति ताकतवर हो गया अथवा उसकी पौरुष शक्ति मजबूत हो गई, लेकिन अनजाने में अनेक हानिकारक तत्वों के कारण शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है, जो अत्यंत घातक हो सकता है। यदि आप ऐसी औषधियों का उपयोग करते हैं तो सचेत रहें। इन दवाओं में स्टेरॉयड की अधिक मात्रा हो सकती है जो शरीर के लिए नुकसानदायक है यह जानकारी देते हुए फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी द्वारा बाजार में बिकने वाले गुड हेल्थ और पौरुष शक्ति नमक कैप्सूल के जांच के उपरांत शासन द्वार उसके प्रयोग और बिक्री रोके जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद फेडरेशन ने भी आम जनता के नाम एक अपील जारी की है, कि "कभी भी ऐसी औषधियों का उपयोग करते समय विशेष सतर्कता रखें और चिकित्सकों के सलाह पर ही औषधियों का सेवन करें। लंबे समय तक स्टीरॉयड युक्त दवा लेने से आपकी किडनी खराब हो सकती है तथा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर हो सकता है।"