श्रावस्ती : (मानवी मीडिया) क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी बहराइच/श्रावस्ती डा. रंजन वर्मा ने बताया है कि जांच में आयुर्वेदिक की 10 दवायें नकली पायी गयी है तथा 21 दवाओं में ऐलोपैथिक की मिलावट पायी गयी है। इन सभी 31 दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसमें लिवर की प्रचालित दवा लिव-52 भी सम्मिलित है। इसमें मंडूर भस्म व दारुहरिद्रा का मिश्रण मानक के अनुरुप नहीं पाया गया समस्त क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारियों को इन दवाओं की बिक्री को रोकने के निर्देश दिये गये है तथा विभाग द्वारा छापेमारी जारी है।
मानक विरुद्ध पायी गयी दवाओं में प्रेडनिसोलोन व बीटामेथासोन नामक स्टेराइड, आइबाप्रोफेन व डाइक्लोफिनेक नामक दर्द निवारक, ग्लीमपैराइड नामक मधुमेह की दवा व सिलिडिनाफिल नामक यौन उत्तेजना की दवा का अपमिश्रण पाया गया है। उन्होंने कहा कि जनपद श्रावस्ती में इन दवाओं की बिक्री पाये जाने पर उनके विरुद्ध नियमानुसार अनुशासानिक कार्यवाही की जायेगी।
उन्होने बताया कि अपमिश्रित दवाओं में क्रमशः विश्वास गुड हेल्थ कैप्सूल आयुर्वेदा, पेननिलचूर्ण, एज-फिटचूर्ण, अमृत आयुर्वेदिक चूर्ण, स्लीमेक्स चूर्ण, दर्दमुक्ति चूर्ण, आर्थोनिल चूर्ण, योगीकेयर, माइकान गोल्ड कैप्सूल, डाइबियंट शुगर केयर टेबलेट, हाईपावर मूसली कैप्सूल, डाइबियोग केयर, झंडूलालिमा, हेल्थ गुड सिरप, हेपलिव डीएस सीरप, सिस्टोन सीरप, बायनाप्लस ऑयल, वातारिनऑयल, न्यूरिविल, बोस्टा एम.आर. टैबलेट, लिव-52 शामिल है, वहीं नकली दवाओं में क्रमशः ज्वाला दाद, रूमो प्रवाही, सुंदरीकल्प सिरप, त्रयोदशांग गुग्गुल, वेदांतक वटी, एसीन्यूट्रा लिक्विड, आवंला चूर्ण, सुपरसोनिक कैप्सूल, बोस्टा 400 टेबलेट, बायनाप्लस कैप्सूल शामिल है, जिनकी बिक्री पर पूर्णतयः प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।