बलरामपुर : (मानवी मीडिया) जिलाधिकारी अरविन्द सिंह के आदेश पर बड़ी कार्यवाही करते हुए 40 लाख रुपए की लागत की काल बाधित विदेशी/अंग्रेजी मदिरा के बड़े जखीरे को नष्ट करने की कार्यवाही की गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान दुरुपयोग की संभावना के दृष्टिगत काल बाधित 40 लाख रूपए की कीमत की 464 पेटी अंग्रेजी शराब को नष्ट करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा तीन सदस्यीय समिति गठित की गई जिसमे एएसडीएम संजीव यादव, उपायुक्त आबकारी देवीपाटन मंडल और जिला आबकारी अधिकारी बलरामपुर को नामित किया।
आबकारी विभाग की प्रवर्तन टीम को लगाया। डीएम द्वारा नामित कार्यकारी मजिस्ट्रेट संजीव यादव की अगुवाई में शराब के विनष्टीकरण की कार्यवाही कराई गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि नष्ट कराई गई काल बाधित शराब के चुनाव में दुरूपयोग की पूरी संभावना थी। नष्ट कराई गई शराब में 464 पेटी विदेशी शराब जिसमें 5472 पौवि, 2256 अद्धा, 3072 बोतल शराब शामिल है।
जिलाधिकारी के आदेश पर कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा आबकारी अधिकारी की उपस्थिति में वीडियोग्राफी कराते हुए नष्ट कराने की कार्यवाही की गई है। यह शराब वर्ष 2017की बताई जा रही है।इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता था।चुनाव मे इसे खपाया भी जा सकता था।
जिलाधिकारी द्वारा नामित मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया गया था कि शराब का विनष्टीकरण ऐसी जगह पर कराएं जिससे वातावरण एवं जनमानस पर दुष्प्रभाव न पड़े। डीएम के आदेश पर एसडीएम संजीव यादव द्वारा शराब का विनष्टिकरण कराया गया। वहीं लोकसभा निर्वाचन के दृष्टिगत लागू आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने एवं चुनाव को सकुशल, स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं निर्भीक ढंग से सम्पन्न कराने के दृष्टिगत गोपनीय सूचनाओं के आधार पर डीएम के निर्देशन में ताबड़तोड़ कार्यवाहियां जारी हैं।
बताते चलें कि निर्वाचन की आचार संहिता लागू होने के बाद से आबकारी विभाग द्वारा डीएम के निर्देशन में 342 छापे मारे गये हैं जिसमें 44 मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं। विभिन्न छापेमारी की कार्यवाहियों में लगभग सवा तीन लाख रूपए की लागत की 1232 लीटर अवैध शराब बरामद की गई है। छापेमारी में 840 किग्रा लहन बरामद कर नष्ट करने की कार्यवाही की गई है। अवैध शराब बनाने एवं बेचने वाले 12 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और चार व्यक्तियों को जेल भेज दिया गया है।
अवैध शराब बनाने एवं बेचने के साथ ऐसे लोगों को संरक्षण देने वाले व्यक्तियों पर प्रशासन की पैनी नजर है। ऐसे सभी लोगों का कठोरता से मूल्यांकन किया जाएगा तथा कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिलाधिकारी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अवैध शराब का संगठित रूप से कार्य करने वाले लोगों को चिन्हित करें तथा उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही के लिए उनके न्यायालय पर पत्रावली प्रस्तुत करें।