लखनऊ (मानवी मीडिया)भाजपा की लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची बता रही है कि ‘प्रथम दृष्टया’ जिन सीटों पर भाजपा के जीतने की थोड़ी सी भी संभावना है केवल उन 195 सीटों पर ही ये सूची आई है। इसका मतलब साफ़ है बाकी पर भाजपा साफ़ है।
पहली सूची में ही भाजपा ने अपनी हार मान ली है क्योंकि वो बगावत के डर से उन लोगों को भी दुबारा उम्मीदवार बना रही है जो अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में कोई काम नहीं करवाने की वजह से या फिर भ्रष्टाचार में लिप्तता के कारण ख़ुद ही अपनी टिकट के लिए कोई उम्मीद नहीं कर रहे थे। जो बोरिया-बिस्तर बांध कर निकलना चाहते थे उन्हें दुबारा दबाव बनाकर लड़ने के लिए कहा जा रहा है। ये अनमने लोग क्या विपक्ष का सामना करेंगे।
भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच भी इस सूची के आने से गहरी हताशा है क्योंकि वो जनता के बीच अपने अधिकांश सासंदों के ख़िलाफ़ चल रही हवा से वाक़िफ़ हैं। जो युवा भाजपाई टिकट की उम्मीद में भाजपा के हर गलत काम में साथ दे रहे थे, वो भी निराश होकर, निष्क्रिय हो जाएंगे।
भाजपा की उम्मीदवारों की सूची, भाजपा की नाउम्मीदगी की घोषणा है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा