लखनऊ : (मानवी मीडिया) प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना और प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण लगभग एक जैसा होता है। दोनों ही समस्याओं में यूरिन की धार कम होना, बार - बार होना और पीठ वा रीड की हड्डी में दर्द होना, प्रोस्टेट कैंसर और ग्रंथि बढ़ने के लक्षण हो सकते हैं। यदि यह सारी समस्याएं किसी व्यक्ति को हो रही हैं, तो उसे तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। देर होने पर समस्या बढ़ सकती है और जीवन को खतरा भी हो सकता है।यह जानकारी किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में यूरोलॉजी विभाग के डॉ. मनोज कुमार ने दी है। वह विभाग में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।दरअसल, 16 और 17 मार्च को उत्तर प्रदेश यूरोलॉजिकल एसोसिएशन का 11वां वार्षिक सम्मेलन आयोजित हो रहा है। यह सम्मेलन लखनऊ यूरोलॉजी संगठन,केजीएमयू, लोहिया संस्थान और एसजीपीजीआई के सहयोग से हो रहा है। केजीएमयू स्थित अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में करीब 300 डॉक्टर और विशेषज्ञों के आने की बात डॉक्टर मनोज कुमार ने बताई है।उन्होंने बताया है कि इस सम्मेलन में यूरिन संबंधित बीमारियों के इलाज की नवीन तकनीक पर चर्चा होगी। इसके अलावा रोबोटिक और दूरबीन विधि से सर्जरी के गुर भी विशेषज्ञ सिखाएंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि यूरिन संबंधित विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए भी एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिससे लोगों में बीमारियों को लेकर जागरूकता आए और उनके स्वास्थ्य की रक्षा हो सके।
लखनऊ : (मानवी मीडिया) प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना और प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण लगभग एक जैसा होता है। दोनों ही समस्याओं में यूरिन की धार कम होना, बार - बार होना और पीठ वा रीड की हड्डी में दर्द होना, प्रोस्टेट कैंसर और ग्रंथि बढ़ने के लक्षण हो सकते हैं। यदि यह सारी समस्याएं किसी व्यक्ति को हो रही हैं, तो उसे तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। देर होने पर समस्या बढ़ सकती है और जीवन को खतरा भी हो सकता है।यह जानकारी किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में यूरोलॉजी विभाग के डॉ. मनोज कुमार ने दी है। वह विभाग में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।दरअसल, 16 और 17 मार्च को उत्तर प्रदेश यूरोलॉजिकल एसोसिएशन का 11वां वार्षिक सम्मेलन आयोजित हो रहा है। यह सम्मेलन लखनऊ यूरोलॉजी संगठन,केजीएमयू, लोहिया संस्थान और एसजीपीजीआई के सहयोग से हो रहा है। केजीएमयू स्थित अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में करीब 300 डॉक्टर और विशेषज्ञों के आने की बात डॉक्टर मनोज कुमार ने बताई है।उन्होंने बताया है कि इस सम्मेलन में यूरिन संबंधित बीमारियों के इलाज की नवीन तकनीक पर चर्चा होगी। इसके अलावा रोबोटिक और दूरबीन विधि से सर्जरी के गुर भी विशेषज्ञ सिखाएंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि यूरिन संबंधित विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए भी एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिससे लोगों में बीमारियों को लेकर जागरूकता आए और उनके स्वास्थ्य की रक्षा हो सके।