लखनऊ (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश के 17 जनपदों में शनिवार को सर्वजन दवा सेवन अभियान शुरू हुआ। राजधानी में श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में निदेशक, स्वास्थ्य और अपर निदेशक डॉ भानु प्रताप सिंह कल्याणी ने दवा खिलाकर अभियान की शुरूआत की। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गोपीलाल समेत अस्पताल के समस्त कर्मचारियों और उपस्थित पुलिसकर्मियों ने भी दवा खाई। भोजपुरी कवि कृष्णानंद राय ने हिंदी और भोजपुरी में कविताएं सुनाकर लोगों को फाइलेरिया से बचाव का संदेश दिया। यह अभियान 28 फरवरी तक चलेगा जिसमें आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने दवा खिलाएंगी।
डॉ कल्याणी ने लोगों से अपनी व अपनी पीढ़ियों की जान की सुरक्षा के लिए दवा खाने की अपील की। यह दवा दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार को छोड़कर सभी को खानी है। इस मौके पर राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ रमेश सिंह ठाकुर भी मौजूद थे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज अग्रवाल ने भी सभी जनपदवासियों से दवा जरूर खाने की अपील की। उन्होंने बताया कि विभाग पूरी तरह से तैयार है।यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है दवा सेवन के बाद जिनके शरीर में पहले से माइक्रो फाइलेरिया है यानि संक्रमित हैं उनमें जी मितलाने, सर दर्द और चक्कर आना जैसी प्रतिक्रिया हो सकती है। इसपर घबराये ना
सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) बनाई गई है जो प्रतिकूल प्रतिक्रिया होने पर तुरंत आवश्यक सहयोग करेगी।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रितु श्रीवास्तव ने कहा कि लखनऊ जिले में 54.21 लाख की आबादी को फाइलेरियारोधी दवा खिलाने का लक्ष्य है। यहां अभियान के तहत 4500 टीमों द्वारा घर-घर जाकर दवा का सेवन कराया जाएगा। हर टीम हर दिन कम से कम 25 घरों का भ्रमण कर दवा का सेवन कराएगी।
कार्यक्रम को सहयोग कर रही संस्था ईआईएसएआई इंडिया की ओर से 7000 कैप और अप्रेन का वितरण किया गया। इस मौके पर सिविल अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा और सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, डब्ल्यूएचओ, पीसीआई, पाथ, ईआईएसएआई इंडिया, सेन्टर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर)के प्रतिनिधि, जिला मलेरिया इकाई के सदस्य, अस्पताल का स्टाफ और आम जनता मौजूद थी ।
इसी क्रम में काकोरी, मलिहाबाद सीएचसी और ग्वारी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सहित जनपद के सभी नगरीय एवं ग्रामीण सीएचसी और पीएचसी पर आईडीए अभियान का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों ने किया |
लक्षण और उपाय
• पांच से 15 साल में हाइड्रोसील, हाथ-पैर व स्तन में सूजन आदि
• अभियान के दौरान दवा का सेवन जरूर करें
• गंदगी और मच्छर से दूर रहें और पूरी बांह का कपड़ा पहनें
• मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग दिन में भी करें