लखनऊ : (मानवी मीडिया) राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन में उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि प्रबन्ध समिति की 50वीं बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में समिति ने राज्यपाल जी से 07 मदों पर चर्चा की। चर्चा में समिति की 49वीं बैठक के निर्णयों पर अनुपालन और कार्यवृत्त, बजट की स्वीकृति पर विचार, बैलेन्स शीट अनुमोदन, नवीन योजनओं की नियमावली में संशोधन, शैक्षिक सहायता योजना में निर्धारित छात्रवृत्ति में बढ़ोत्तरी पर विचार सहित अन्य मद की चर्चाएं शामिल रही।
बैठक में अवगत कराया गया कि राज्यपाल के निर्देशानुसार अटारी प्रक्षेत्र कृषि विभाग के वापस किए जाने के क्रम में कृषि विभाग द्वारा प्रक्षेत्र का समग्र कब्जा प्राप्त कर लिया गया है। इसके एवज में उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि को प्राप्त होने वाली 20.00 करोड़ निधि में से शासन के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग से 18.50 करोड़ उपलब्ध करा दिया गया है तथा शेष राशि 1.50 करोड़ की प्रतिपूर्ति पर कार्यवाही चल रही है।
राज्यपाल ने चर्चा के दौरान निर्देश दिया कि सैनिक पुनर्वास निधि शहीद सैनिक के परिजनों को पर्याप्त सहायता दे। उन्होंने कहा कि शहीद के बच्चों को बालिग होने तक निरंतर सहायता करें और नियमों के तहत हर योजना से लाभान्वित करें। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित एक जैसी योजनाओं का आकलन कर लें और दो समान योजनाओं में एक ही मद में एक ही योजना के अंतर्गत लाभार्थी को लाभ प्रदान करें।
बैठक में अवगत कराया गया कि राज्यपाल एवं सैनिक पुनर्वास निधि की अध्यक्ष द्वारा उनके निर्देश के क्रम में विविध योजनओं में धनराशि की बढ़ोत्तरी कर दी गयी है, जिसमें अब वार्षिक शैक्षिक सहायता हेतु जुलाई 2020 से कक्षा 9-10 में बढ़ी हुई धनराशि रू0 5,000.00, कक्षा 11-12 में रू0 6,000.00, स्नातक स्तर पर रू0 7,000.00, स्नातकोत्तर स्तर पर रू0 9,000.00, इण्टरमीडिएट तकनीकी कोर्स-आई0टी0आई0 अन्य सार्टिफिकेट कोर्स में 10,000.00, स्नातक एवं स्नातकोत्तर तकनीकी कोर्स हेतु रू0 25,000.00 की सहायता प्रदत्त है।
इसी क्रम में हवलदार रैंक तक पूर्व सैनिकों की विधवा पत्नियों को 01 अपै्रल, 2020 से उनकी दो पुत्रियों के विवाह हेतु प्रति पुत्री को दी जाने वाली राशि रू0 50,000.00 से बढ़ाकर रू0 1,00,000.00 कर दी गई है। राज्यपाल जी ने निर्देश दिया कि पुत्री के विवाह उपरांत दी जाने वाली यह सहायता राशि उसके विवाह के समय ही शुभकामना पत्र के साथ उपलब्ध कराई जाए। बैठक में निधि की ग्राम गहरू स्थित भूमि के सीमांकन और सरहदबंदी पर भी चर्चा की गई।
राज्यपाल ने चर्चा के दौरान निर्देश दिया कि सैनिक पुनर्वास निधि शहीद सैनिक के परिजनों को पर्याप्त सहायता दे। उन्होंने कहा कि शहीद के बच्चों को बालिग होने तक निरंतर सहायता करें और नियमों के तहत हर योजना से लाभान्वित करें। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित एक जैसी योजनाओं का आकलन कर लें और दो समान योजनाओं में एक ही मद में एक ही योजना के अंतर्गत लाभार्थी को लाभ प्रदान करें।
इसी क्रम में राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों के 12वीं उत्तीर्ण बच्चों को एम0एस0एम0ई0 के तहत प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने शहीद सैनिकों के गाँव में उनका स्मारक निर्माण कराए जाने के लिए भी निर्देशित किया और कहा कि प्रत्येक विरोध और व्यवधान का निस्तारण कर शहीद के सम्मान में स्मारक का निर्माण अवश्य कराएं।
बैठक में अवगत कराया गया कि राज्यपाल एवं सैनिक पुनर्वास निधि की अध्यक्ष द्वारा उनके निर्देश के क्रम में विविध योजनओं में धनराशि की बढ़ोत्तरी कर दी गयी है, जिसमें अब वार्षिक शैक्षिक सहायता हेतु जुलाई 2020 से कक्षा 9-10 में बढ़ी हुई धनराशि रू0 5,000.00, कक्षा 11-12 में रू0 6,000.00, स्नातक स्तर पर रू0 7,000.00, स्नातकोत्तर स्तर पर रू0 9,000.00, इण्टरमीडिएट तकनीकी कोर्स-आई0टी0आई0 अन्य सार्टिफिकेट कोर्स में 10,000.00, स्नातक एवं स्नातकोत्तर तकनीकी कोर्स हेतु रू0 25,000.00 की सहायता प्रदत्त है।
इसी क्रम में हवलदार रैंक तक पूर्व सैनिकों की विधवा पत्नियों को 01 अपै्रल, 2020 से उनकी दो पुत्रियों के विवाह हेतु प्रति पुत्री को दी जाने वाली राशि रू0 50,000.00 से बढ़ाकर रू0 1,00,000.00 कर दी गई है। राज्यपाल जी ने निर्देश दिया कि पुत्री के विवाह उपरांत दी जाने वाली यह सहायता राशि उसके विवाह के समय ही शुभकामना पत्र के साथ उपलब्ध कराई जाए। बैठक में निधि की ग्राम गहरू स्थित भूमि के सीमांकन और सरहदबंदी पर भी चर्चा की गई।