उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी का सदन में संबोधन आठवां बजट प्रस्तुत किया है मेरी सरकार ने तब प्रभु राम का मंदिर भी भव्य दिव्य और नव्य तरीके से तैयार है यह बजट लोक मंगल का बजट है इसलिए प्रभु श्री राम के चरणों में समर्पित है हम इस बजट से विकसित अर्थव्यवस्था तक इंफ्रास्ट्रक्चर से इज ऑफ लिविंग तक इज ऑफ डूइंग बिजनेस से इन्वेस्टमेंट से एग्री एंड डेस्टिनेशन तक कृषि और किसान से लेकर गरीब कल्याण तक आस्था लेकर अर्थव्यवस्था तक शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य से स्वास्थ्य स्वावलंबन की ओर संस्कृति और समृद्धि की ओर महिला सशक्तिकरण के संकल्प से समाहित करते हुए विकसित उत्तर प्रदेश के रूप में यह बजट प्रस्तुत किया गया है नेता विरोधी दल को यह बजट बड़ा लग रहा है लेकिन अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने तक का हमने संकल्प किया है 7 वर्ष की तुलना में जीएसटी को दुगना करने में सफल रही जितना समय 70 वर्ष में लगा और हमारे में सिर्फ 7 वर्ष में हुआ नेता विरोधी दल को इसीलिए समस्या है कि यह बीमारू प्रदेश से उत्तम प्रदेश बन गया
और यह सब बिना कोई कर लगाए हुए हुआ है क्योंकि इसके पीछे रामराज्य की अवधारणा है भारत जी ने कहा था सूर्य समुद्र नदी और तालाब से पानी लेता है लेकिन किसी को पता नहीं चलता परंतु जब वह बादल के रूप में बरसता है तो सभी को इसका लाभ मिलता है सभी 75 जनपदों को बिना भेदभाव के ध्यान रखते हुए यह बजट बनाया गया है कर चोरी को हमने रोका है लीकेज खत्म किए हैं तभी संभव हो पाया 7 वर्ष में जो कार्य शुरू हुए इसका यह परिणाम है कि यह बड़े स्तर पर पहुंचा है जब मैं उत्तर प्रदेश को नंबर एक बनाने की बात करता हूं तो नेता विरोधी दल को परेशानी होती है
57% डिजिटल ट्रांजेक्शन प्रदेश में हो रहा है प्रदेश अग्रणी राज्य बन चुका है बैंकिंग कारोबार और अग्रणी हो चुका है 10 लाख करोड़ की इन्वेस्टमेंट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का कार्यक्रम हम यूपी में करने जा रहे हैं लेकिन कुछ करने की जिजीविषा तत्कालीन नेतृत्व में नहीं थी उनकी अपनी प्राथमिकताएं थी तुलसीदास जी ने कहा है की सकल पदारथ एही जग माही कर्महीन नर पावत नाही