उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा राम के नाम पर राजनीति करने के आरोप पर कहा कि हम राम के नाम पर राजनीति नहीं करते हैं। राम पर हमारी आस्था है। राम के नाम के बिना तो कोई भी कार्य सम्पन्न नहीं होता है। जब अयोध्या में मंदिर नहीं बना था तब भी हम वहां जाते थे और अब भी जाते हैं लेकिन नेता प्रतिपक्ष (अखिलेश यादव) वोट बैंक की राजनीति के चलते अयोध्या नहीं जाते थे। वो डरते हैं कि अयोध्या जाएंगे तो वोट बैंक खिसक जाएगा मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चित्रकूट, नैमिषारण्य सहित प्रदेश के धार्मिक महत्व वाले स्थानों के विकास के लिए बजट का एलान किया है।
2025 में होने वाला महाकुंभ, कुंभ मेला 2020 से भी अच्छा हो इसके लिए भी प्रदेश सरकार ने बजट में प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हम जाति और धर्म देखकर काम नहीं करते हैं। यही रामराज्य हैं। मुख्यमंत्री योगी विधानसभा में प्रदेश सरकार द्वारा पांच फरवरी को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट पर बोल रहे थे। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के आरोप कि सरकार हर बार प्रदेश का सबसे बड़ा बजट प्रस्तुत करती है पर उसे खर्च नहीं कर पाती है।
इस पर नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने जवाब देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष दिसंबर 2023 के आंकड़े प्रस्तुत कर रहे थे जबकि बजट तो मार्च 2024 तक का है। अपने भाषण के प्रारंभ में मुख्यमंत्री योगी ने चौधरी चरण सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी, कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन और पी वी नरसिंह राव को भारत रत्न दिए जाने का स्वागत किया और उनके योगदान को याद किया।