लखनऊ, (मानवी मीडिया)आज भाजपा केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष & पूर्व मंत्री अजय राय ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए बजट को केवल सरकार की वाहवाही करने वाला बताया है। अजय राय ने बजट में किसानों,युवाओं,महिलाओं , दलितों, पिछड़ों और खासतौर से मध्यम वर्गीय के लिए कुछ नहीं होने का आरोप लगाया है, और देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश जहां से भारतीय जनता पार्टी को इतना बड़ा जन समर्थन मिला उस उत्तर प्रदेश को कुछ भी इस अंतरिम बजट में नहीं मिलने का, और धोखा देने का भी आरोप लगाया है।
*प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा की उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है आज भाजपा सरकार में संविधान की शपथ लेकर वित्त मंत्री झूठ बोल रही थी कि देश में 11 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि भेजी जा रही है, जबकि सच्चाई यह है 2 करोड़ 29 लाख किसानों का नाम काट दिया गया, और इसमें सबसे ज्यादा 55 लाख किसानों का नाम काटा गया जो उत्तर प्रदेश से हैं, बढ़ती महंगाई में भाजपा सरकार की नीतियों से अन्नदाता की आय घटकर 27 रुपए रोज रह गई है,किसान की खेती की लागत बहुत बढ़ गई है, 25000 रूपए प्रति हेक्टेयर बढ़ा दी है, तो किसानों को उम्मीद थी कि ये 6000 रूपए इसे बढ़ाकर 15000 की जायेगी मगर निराशा हाथ लगी, किसानों को समर्थन मूल्य को कानून के दायरे में लाने से किसान का भविष्य सुरक्षित होता लेकिन ऐसा नहीं किया।*
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की महंगाई का रोना रोने वाले भाजपा के नेता जो सिर्फ चुनावी राज्यों में गैस सिलेंडर सस्ता करते हैं , उनसे इस बजट में उम्मीद थी कि पूरे देश को गैस सिलेंडर सस्ता मिलेगा लेकिन देश के लोगों को फिर धोखा दिया ,
एक तरफ सरकार के मंत्री हमेशा पेट्रोल - डीजल को GST में लाने के बयान देते हैं, लेकिन बजट आया तो कुछ नहीं।
अजय राय ने कहा कि सबसे ज्यादा शर्मनाक प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में हुआ है, सभी को उम्मीद थी की 45 साल में सबसे ज्यादा महंगाई के दौर में भवन निर्माण लागत को इस बजट में कम से कम दो गुना कर दिया जायेगा लेकिन उसमें कोई वृद्धि नहीं की गई, 1 लाख 20 हजार रुपए में कौन सा घर बनेगा,* महंगाई बेतहाशा बढ़ गईं लेकीन भवन लागत को सरकार नहीं बढ़ाया, यह अंतरिम बजट सिर्फ और सिर्फ मोदी जी का महिमामंडन करने के लिए पेश किया गया है,आम आदमी को कुछ नही दिया।
*नेता विधान मंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि इस बजट से उत्तर प्रदेश के लोगों को बहुत उम्मीदें थी लेकिन भाजपा और मोदी जी ने सबसे ज्यादा वोट उत्तर प्रदेश से लेकर सबसे ज्यादा धोखा हमारे प्रदेश को दिया, डायरेक्ट टैक्स बेनिफिट में 7 लाख की टैक्स छूट की सीमा को नहीं बढ़ाया, जबकि केंद्र सरकार खुद मानती हैं कि 8 लाख तक कमाने, वाला आर्थिक रूप से गरीब है, इस बजट में महिलाओं के रोजगार को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया ना ही नौजवानों के रोजगार सृजन पर कुछ किया गया।*
*प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ छोटे - मझोले उद्योग MSME के लिए कोई विशेष प्रयोजन और कदम नहीं उठाए गए, जबकि सरकार खुद मानती है कि MSME अर्थव्यवस्था की रीढ़ है,MSME का एक्सपोर्ट में भागीदारी 40 प्रतिशत है, ऐसे में इतने महत्वपूर्ण MSME के लिए कदम उठाना तो दूर बल्कि भाजपा सरकार द्वारा चाइना से बेतहाशा आयात को बढ़ा दिया गया, जिससे एम.एस.एम.ई तबाह कर दिया,* चीन से आयात 119 बिलियन डालर होने लगा है जो 2014 से चार- पांच गुना बढ गया,सिर्फ उद्योगपतियों के लिए काम किया जा रहा है, इसीलिए सार्वजनिक संस्थाओं का निजीकरण कर किया गया उसे ही इस बजट में बढ़ावा मिला, सरकार आम आदमी के टैक्स स्लैब में कोई परिवर्तन नहीं करती ,लेकिन कॉर्पोरेट के टैक्स स्लैब को पहले ही 30 से घटाकर 22% कर दिया गया, 14 लाख करोड़ कर्ज पूंजीपतियों का माफ हुआ, इस बजट से देश को समझ आ गया है कि भाजपा के पास देश के युवाओं, किसानों, आम आदमी, और महिलाओं के लिए काम करने की कोई नियत और इच्छा शक्ति और नियत नहीं है, 2024 में भाजपा मोदी सरकार की विदाई पक्की हो गई है।