चंडीगढ़ : (मानवी मीडिया) कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा है कि किसानों से उनकी फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने का वादा करने वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार अब लाठियां और गोलियां चलाने में लगी हुई है। सैलजा ने बुधवार मीडिया को जारी बयान में कहा कि अपने ही देश के अंदर किसानों को शांतिपूर्वक तरीके से राजधानी तक पहुंचने देने की बजाय रास्ते में रोकना और भी उनके साथ तानाशाह जैसा व्यवहार करना निंदनीय है।
शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के 500 गोले दागे, सौ से अधिक किसान घायल हुये। सरकार को तानाशाही छोड़कर और किसानों के आंदोलन को बलपूर्वक कुचलने के बजाय अपने वादे को पूरा करने के लिये बातचीत से हल करें। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान लंबे अरसे से केंद्र सरकार के वादे याद दिला रहे थे।
पूरा न करने की सूरत में दिल्ली कूच का एलान कर रहे थे, लेकिन दिल्ली में बैठी तानाशाह सरकार ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और जब किसान दिल्ली के चल पड़े हैं, तो केंद्र की कठपुतली बनकर प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार उन पर रबड़ की गोलियां चलवा रही है। आंसू गैस के गोले छुड़वा रही है, लाठीचार्ज करवा रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान कर्ज में दबकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं, लेकिन कितने शर्म की बात है कि केंद्र सरकार के पास देश के 62 करोड़ किसानों का कर्ज माफ करने के लिये धन ही नहीं है जबकि, प्रधानमंत्री अपने चंद उद्योगपति मित्रों को 10 लाख पचास हजार करोड़ रु कार्ग्ज एक ही झटके में माफ कर चुके हैं।
इससे साफ पता चलता है कि भाजपा की केंद्र सरकार किसान एवं मजदूर विरोधी है। सिर्फ पूंजीपतियों की सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी केंद्र सरकार की हठधर्मिता त्याग कर तुरंत प्रभाव से किसान नेताओं को बातचीत के लिये आमंत्रित करना चाहिये।