लखनऊ (मानवी मीडिया)राज्य संग्रहालय, लखनऊ एवं उ०प्र० राज्य पुरातत्व निदेशालय, लखनऊ द्वारा दिनाँक 15 फरवरी से 23 फरवरी 2024 तक पुरालेख एवं पुरालिपि कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके अर्न्तगत आज दिनाँक 21 फरवरी 2024 को कार्यशाला के छठे दिन डा० जी०एस० ख्वाजा, सेवानिवृत्त निदेशक (पुरालेख), भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नागपुर द्वारा अरबी लिपि से परिचित कराते हुए इस्लामिक जगत की विभिन्न लेखन शैलियों के बारे में विस्तार से बताया जिनका प्रयोग मुख्यतः भारत में
किया जाता रहा है उनमें कूफी, नस्तालिख आदि लेखन शैली प्रमुख है। कार्यशाला में प्रतिभागियों को उनके नाम भी अरबी लिपि में लिखना सिखाया।
उक्त कार्यक्रम में राज्य संग्रहालय, लखनऊ की सहायक निदेशक डा० मीनाक्षी खेमका, उ०प्र० राज्य पुरातत्व विभाग के कृष्ण मोहन दुबे, डा० अनीता चौरसिया, शारदा त्रिपाठी, अनुपमा सिंह, शशिकला राय, गायत्री गुप्ता आदि उपस्थित रहे।