पुणे : (मानवी मीडिया) सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट्स सेंटर में 'बिहाइंड द स्क्रीन लाइफ ऑफ द एक्टर्स प्लेइंग रामलीला' का मंचन किया गया। लेकिन मंचन के दौरान ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नाटक कर रहे छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई ABVP का आरोप था कि नाटक में माता सीता से जुड़े कई आपत्तिजनक संवाद और दृश्य थे। विवाद बढ़ने पर मामला पुलिस तक पहुंच गया। जिसके बाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और 5 छात्रों को रामलीला पर आधारित नाटक का मंचन करके धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।नाटक के किरदार स्टेज पर सिगरेट पी रहे, गालियां दे रहे थे FIR के मुताबिक नाटक में सीता का किरदार निभाने वाला स्टूडेंट सिगरेट पीते और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया था।
दर्शकों में मौजूद ABVP के सदस्यों ने नाटक पर आपत्ति जताई और प्रदर्शन रोक दिया, तो कलाकारों ने उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी। कलाकारों का कहना था कि रामलीला में विभिन्न भूमिकाएं निभाने वाले कलाकारों के बैक स्टेज हंसी-मजाक पर आधारित था।
धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज
सब इंस्पेक्टर अंकुश चिंतामन ने बताया कि ABVP पदाधिकारी हर्षवर्द्धन हरपुडे की शिकायत के आधार पर धारा 295 (ए) यानी जानबूझकर और किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का दुर्भावनापूर्ण इरादा और अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें ललित कला केंद्र के HoD डॉ. प्रवीण भोले, स्टूडेंट्स में भावेश पाटिल, जय पेडनेकर, प्रथमेश सावंत, ऋषिकेश दलवी और यश चिखले शामिल हैं।